हानिकारक ही नहीं बल्कि जानलेवा भी साबित हो सकता है मैदे का सेवन

स्वादिष्ट भोजन खाना किसे पसंद नहीं शायद हम सभी को मैदे से बने फ़ूड आइटम्स पसंद आते है। ज्यादातर जंक फ़ूड में इस्तेमाल होने वाला मैदा खाने में तो स्वादिष्ट होता ही है लेकिन इससे होने वाले नुकसान से हम बेखबर रहते है। मैदे से बने व्यंजन क्या सच में हमारे लिए नुकसानदेह होते है, मैदे से बनी चीज़ें सेहत को अंदर ही अंदर खोखला कर देती है। मैदे में किसी प्रकार का फाइबर उपस्थित नही होता है, जिस कारण इसे डाइजेस्ट करना आसान नहीं होता है। आइये जानते है, मैदा खाने के नुकसान

1 शरीर के मेटाबोलिज्म को ख़राब करता है।
2 ब्लड में शुगर लेवल को बढ़ाता है।
3 हड्डियों को नुकसान पहुँचाता है।
4 एसिडिटी जैसी समस्या उत्पन्न करता है।

मैदे में फाइबर न होने के कारण इसे पचाना बहुत मुश्किल होता है। जिसके कारण आपको पाचन संबंधी समस्या का सामना करना पड़ सकता है । जिसके फलस्वरूप कॉस्टिपशन,अलसर और कब्ज जैसी समस्या होने लगती है। मैदे को चिकना बनाने के लिए कई प्रकार के केमिकल्स का प्रयोग किया जाता है, जिसका सेहत पर बुरा असर पड़ता है। मैदे में भरपूर मात्रा में स्टार्च की मात्रा अधिक होने के कारण मोटापा बढ़ता है। दिल की सेहत से लेकर शुगर लेवल को भी करता है ख़राब, हार्ट में कोलेस्‍ट्रॉल और ब्‍लड में ट्राइग्‍लीसराइड स्‍तर को बढ़ाता है। मैदे का ग्लाइसेमिक इंडेक्‍स हाई होता है।

शुगर और बी पी मरीज के लिए मैदा खाना हानिकारक ही नहीं है बल्कि घातक भी साबित हो सकता है। इसके सेवन के फलस्वरूप कब्ज जैसी समस्या भी देखी गयी है, स्ट्रीट फ़ूड हो या रेस्टोरेंट में बनने वाले व्यंजन देखे तो ज्यादातर इनका खाना मैदे से बना होता है, केक हो या फिर पिज़्ज़ा सभी में बहुतायत मात्रा में मैदे का प्रयोग किया जाता है। शुगर पेशेंट के लिए सफ़ेद चीज़ों का सेवन सख्त मना है, जिसमें से एक मैदा भी है। स्वस्थ रहने के लिए मैदे का सेवन त्यागना ही सही होगा।