अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास पाक रेंजर की गोलीबारी करीब सात घंटे तक जारी रही, दो घायल: बीएसएफ

सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने शुक्रवार को कहा कि जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास भारतीय चौकियों और आम नागरिकों के इलाकों को निशाना बनाकर बिना किसी उकसावे के, सीमा पार पाकिस्तान रेंजर की ओर से की गई गोलीबारी करीब सात घंटे तक जारी रही।

एक आधिकारिक बयान में बीएसएफ ने कहा कि पाकिस्तान रेंजर ने मोर्टार दागे और भारी मशीन गन का इस्तेमाल किया जिससे दो लोग घायल हो गए।बीएसएफ ने बताया कि गोलाबारी के कारण बीएसएफ के कांस्टेबल बसवराज को दोनों हाथों में मामूली चोट आई। अरनिया की एक स्थानीय निवासी रजनी देवी को भी मामूली चोट आई।

बीएसएफ ने कहा कि पाकिस्तानी गोलीबारी करीब सात घंटे तक चली। गोलीबारी बृहस्पतिवार को रात करीब आठ बजे शुरू हुई थी और देर रात करीब पौने तीन बजे तक जारी रही थी।सुरक्षा बल ने कहा, ”बीएसएफ स्थिति के आकलन के लिए घटनाक्रमों पर करीब से निगरानी रख रहा है और सीमा पर एवं वहां के नागरिकों की सुरक्षा एवं रक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यकतानुसार कदम उठा रहा है।”

बीएसएफ ने कहा कि बिना किसी उकसावे के गोलीबारी शुरू होने के बाद बीएसएफ जवानों ने जवाबी कार्रवाई की और बाद में पाक रेंजर ने अरनिया से सटी उसकी सीमा चौकियों को निशाना बनाने के लिए गोलीबारी तेज कर दी, जिसके बाद इन क्षेत्रों में उसकी अग्रिम रक्षा चौकियों से जवाबी कार्रवाई की गई।

बीएसएफ ने कहा कि बृहस्पतिवार रात लगभग सवा नौ बजे पाकिस्तान रेंजर ने सीमा चौकियों और नागरिक इलाकों को निशाना बनाकर मोर्टार से गोले दागने शुरू कर दिए। कुछ गोले अरनिया शहर में गिरे जिससे एक नागरिक मामूली रूप से घायल हो गया।

बयान में कहा गया, ”बृहस्पतिवार रात करीब 10 बजकर 40 मिनट पर पाकिस्तान रेंजर ने भारी मशीन गन से गोलीबारी की और हमारी चौकियों को निशाना बनाया। रात करीब एक बजे रेंजर ने फिर से गोलीबारी की और बीएसएफ चौकियों को निशाना बनाया, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई की गई।”बीएसएफ ने कहा कि गोलीबारी देर रात पौने तीन बजे तक जारी रही।

बीएसएफ ने कहा कि घायल जवान की हालत स्थिर है जबकि जानमाल की क्षति का आकलन किया जा रहा है।जम्मू जिले के अरनिया और आरएस पुरा सेक्टरों में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी रेंजर और बीएसएफ जवानों के बीच रुक-रुक कर हो रही गोलीबारी शुक्रवार तड़के समाप्त हो गई।पाकिस्तानी रेंजर की अकारण गोलीबारी के बाद रातों-रात सीमावर्ती बस्तियों से भागे सैकड़ों परिवार अब अपने अपने घरों को लौटने लगे हैं।