रूस के विदेश मंत्री ने पश्चिमी देशों पर साधा निशाना, यूक्रेन का नहीं किया कोई जिक्र

रूस के शीर्ष राजनयिक ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में शनिवार को अपने भाषण के दौरान अमेरिका और पश्चिमी देशों को समाप्त होती अंतरराष्ट्रीय शक्ति संरचना का स्वार्थी रक्षक बताया, लेकिन उन्होंने यूक्रेन में रूस द्वारा जारी युद्ध का जिक्र नहीं किया। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा, ‘‘अमेरिका और उसके अधीनस्थ पश्चिमी देश मिलकर संघर्षों को भड़काना जारी रखे हुए हैं।

 

इन संघर्षों से मानवता कृत्रिम रूप से शत्रुतापूर्ण गुटों में बंटती है और इससे समग्र लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में बाधा उत्पन्न होती हैं। वे उचित बहुध्रुवीयवैश्विक व्यवस्था के निर्माण को रोकने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘‘वे दुनिया को स्व-केंद्रित नियमों के अनुसार काम करने के लिए मजबूर कर रहे हैं।’’

 

लावरोव ने 1991 में सोवियत संघ के टूटने से जुड़ी कुछ पुरानी शिकायतों और यूक्रेन की मदद के लिए अमेरिका एवं पश्चिमी सहयोगियों द्वारा अरबों डॉलर खर्च किए जाने का जिक्र किया, लेकिन यूक्रेन में 19 महीने से जारी युद्ध के बारे में कुछ नहीं कहा। लावरोव के भाषण के दौरान सभागार में यूक्रेन की सीट खाली थी। लावरोव ने कोरियाई प्रायद्वीप में मौजूदा माहौल के लिए भी अमेरिका को जिम्मेदार ठहराया।

 

उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने के लिए पिछले हफ्ते अपनी ट्रेन से रूस गए थे। किम की इस यात्रा ने दक्षिण कोरिया और अमेरिका समेत उसके सहयोगियों को चिंतित कर दिया है। लावरोव ने बाद में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अमेरिका यूक्रेन को बहाना बनाकर ‘‘हमारे साथ प्रभावी तरीके से शत्रुता कर’’ रहा है।

 

उन्होंने कहा, ‘‘आप इसे जो भी कहना चाहें, कह सकते हैं, लेकिन वे हमसे प्रत्यक्ष युद्ध कर रहे हैं। हम इसे हाइब्रिड युद्ध करते हैं, लेकिन इससे हकीकत नहीं बदल जाती।’’ हाइब्रिड युद्ध सैन्य रणनीति का एक हिस्सा है। इस रणनीति में पारंपरिक के बजाय अपरंपरागत तरीकों के युद्ध लड़ा जाता है।