केवल मोटापा ही नहीं ज्यादा पतला होना भी सेहत के लिए हो सकता है हानिकारक,जानिए

अक्सर लोगों को ये कहते हुए सुना है कि मोटापा ही बीमारियों का जड़ है और यही तथ्य लोग अपने दिमाग में बैठा लेते हैं. लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि केवल मोटापा ही नहीं बल्कि दुबला-पतला होना भी बीमारियों का जड़ हो सकता है. पतले लोगों को भी लाइफस्टाइल से जुड़ी कई तरह की समस्या हो सकती है. ये धारणा आम लोगों में बन चुकी है कि पतले लोगों में बीमारियां कम होती है. यहां यह समझना जरूरी है कि दुबले-पतले होने के अपने कुछ नेगेटिव कारण भी हो सकते हैं.

अनहेल्दी खाना खाने वाले लोग भी स्लिम और बेल्दी दिखते हैं. दुबला होने की वजह ईटिंग डिसऑर्डर, धूम्रपान की लत आदि भी हो सकती है. आइए जानते हैं वो चार वजह जिसे पतले लोगों को ध्यान देना चाहिए.

डायबिटीज
दुबले लोगों में डायबिटीज की संभावना बढ़ जाती है. यह एक गंभीर बीमारी है जिसमें शरीर इंसुलिन को उचित ढंग से नहीं उत्पन्न कर पाता है और उच्च रक्त शर्करा स्तर की समस्या होती है. ऐसे लोगों को लगता है कि वे दुबले होने के कारण स्वस्थ हैं, इसलिए सामान्य हेल्थ चैकअप को भी नजरअंदाज कर जाते हैं, जो उनकी स्वास्थ्य समस्या को बढ़ा देता है.

खराब कोलेस्ट्रॉल
इसमें कोई दो राय नहीं कि मोटो लोगों में खराब कोलेस्ट्रॉल होने की ज्यादा संभावना रहती है, लेकिन यह बात भी सच है कि पतले लोगों में भी खराब कोलेस्ट्रॉल हो सकता है. हाई कोलेस्ट्रॉल के मामले जेनेटिक भी हो सकते हैं. ऐसे में इस बात का कोई महत्व नहीं होता कि आप पतले हैं या मोटे. इसलिए अपने खान-पान पर ध्यान दें और समय-समय पर लिपिड प्रोफाइल जैसी जांचें करवाते रहें.

इम्युनिटी
इम्युनिटी की समस्या वजन तय नहीं करता है. जिसका इम्युनिटी सिस्टम जितना मजबूत होगा, वह रोगों से उतनी आसानी से लड़ पाएगा. अगर पतले लोग हेल्दी डाइट नहीं लेते हैं तो उन्हें इम्युनिटी की समस्या प्रभावित कर सकती है.

एनीमिया के शिकार हो सकते हैं
अगर आप ज्यादा ही दुबले-पतले हैं और शरीर में लगातार थकान बनी रहती है, हार्टबीट असामान्य रहती है, बेचैनी, सांस उखड़ी रहती है तो हो सकता है आप एनीमिया से ग्रस्त हों. शरीर में आयरन, विटामिन बी12 के अलावा पोषण आहार की कमी के कारण एनीमिया होता है. इसलिए ऐसे दुबले-पतले लोगों को ज्यादा खुश होने की नहीं, बल्कि हीमोग्लोबिन के स्तर और डाइट का खास ख्याल रखने की जरूरत है.

दिल की बीमारियां
दुबलापन और दिल की सेहत के बीच एक संबंध हो सकता है. दुबले लोगों में हृदयरोग, हाई ब्लड प्रेशर, और अधिक चर्बी का जमाव जैसी समस्याएं ज्यादा होती हैं.

ऑस्टियोपोरोसिस
दुबले लोगों में ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ सकता है. यह हड्डियों की कमजोरी और उनके तोड़ने की संभावना को बढ़ाता है.

फैट के चलते ही शरीर में एस्ट्रोजन हॉर्मोन का निर्माण होता है. हडि्डयों की मजबूती के लिए संतुलित मात्रा में एस्ट्रोजन का होना जरूरी है. इसलिए सारे तरह के फैट या ऑइली चीजें बंद कर देना सही नहीं है. अपनी डाइट में गुड फैट शामिल करें. ऑलिव आयल, तिल का तेल, नट्स (बादाम, अखरोट, मूंगफली आदि), अलसी, पीनट बटर, मछली (सॉलमन, टूना) आदि गुड फैट के अच्छे स्रोत है. लेकिन, डीप फ्राइड चीजें जरूर अवॉइड करें.

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