राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में राष्ट्रपति को नहीं बुलाना दलितों, आदिवासियों का अपमान: राहुल

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को कहा कि राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों यहां तक कि देश की राष्ट्रपति तक को नहीं बुलाया जाना, इन सब का अपमान है।

राहुल गांधी की अगुवाई वाली भारत जोड़ो न्याय यात्रा सोमवार को प्रतापगढ़ पहुंची। यहां रामपुर खास विधानसभा क्षेत्र के लालगंज इंदिरा चौक पर जनसमूह को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा, ” राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में अडाणी, अंबानी और अभिताभ बच्चन को बुलाकर मोदी ने यह संदेश दिया कि देश की 73 प्रतिशत आबादी का कोई महत्व नहीं है।”

राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर दलितों, पिछड़े वर्ग और आदिवासियों की उपेक्षा का आरोप लगते हुए कहा कि उन्हें दरकिनार कर पूंजीपतियों को तरजीह दी जा रही है। उन्होंने कहा, ” प्रधानमंत्री मोदी किसानों कि जेब काटकर अमीरों की जेब भर रहे हैं। धर्म, मजहब के नाम पर देश में नफरत फैलाने का काम किया जा रहा। सरकार देश में युवाओं को रोजगार और महिलाओं की सुरक्षा देने में विफल रही है। ईडी और सीबीआई आदि एजेंसियां मोदी की कठपुतली हैं, जिसका उपयोग विपक्षी पार्टियों को धमकाने के लिए किया जा रहा है।”

‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ जिला मुख्यालय होते हुए लालगंज पहुंची। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह राहुल गांधी का स्वागत किया। इस अवसर पर राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी, विधायक मोना और कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष इमरान प्रतापगढ़ी मौजूद रहे।