मिश्री: सर्दी-खांसी और मुंह के छालों का रामबाण इलाज

मिश्री, जिसे रॉक शुगर या कैंडी शुगर भी कहा जाता है, सफेद चीनी का एक क्रिस्टलीकृत रूप है। यह भारत में सदियों से इस्तेमाल किया जाता रहा है और आयुर्वेद में इसके कई स्वास्थ्य लाभों का उल्लेख है।आज हम आपको बताएँगे मिश्री के अद्भुत फायदे।

सर्दी-खांसी से राहत:

  • मिश्री में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो सर्दी-खांसी के लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं।
  • गले में खराश और खांसी से राहत पाने के लिए मिश्री को गर्म पानी या चाय में मिलाकर पिएं।

मुंह के छालों का इलाज:

  • मिश्री के एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण मुंह के छालों को ठीक करने में मदद करते हैं।
  • दर्द और सूजन को कम करने के लिए मिश्री को सीधे छाले पर लगाएं।

मिश्री के अन्य स्वास्थ्य लाभ:

  • पाचन क्रिया में सुधार:
  • रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है:
  • ऊर्जा का स्तर बढ़ाता है:
  • तनाव कम करता है:
  • वजन कम करने में मदद करता है:

मिश्री का सेवन कैसे करें:

  • मिश्री का सेवन सीधे मुंह में रखकर चूस सकते हैं।
  • इसे गर्म पानी या चाय में मिलाकर भी पिया जा सकता है।
  • मिठाई और बेकिंग में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।

ध्यान दें:

  • मिश्री का अत्यधिक सेवन दांतों के लिए हानिकारक हो सकता है।
  • मधुमेह के रोगियों को मिश्री का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए।

निष्कर्ष:

मिश्री न केवल एक स्वादिष्ट मिठाई है, बल्कि सर्दी-खांसी और मुंह के छालों जैसे स्वास्थ्य समस्याओं के लिए भी एक प्रभावी उपचार है।

यह आयुर्वेदिक उपचार सदियों से इस्तेमाल किया जाता रहा है और इसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं।

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