पिप्पा के लिए ईशान खट्टर ने असल टैंक पर की शूटिंग, युद्ध में हुआ था इस्तेमाल

ईशान खट्टर की फिल्म पिप्पा चर्चा में है। फिल्म की रिलीज काफी समय से अटकी हुई थी। आखिरकार निर्माताओं ने फिल्म को सीधा ओटीटी पर जारी करने का फैसला लिया।फिल्म 10 नवंबर को अमेजन प्राइम वीडियो पर आएगी।पिप्पा 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध की पृष्ठभूमि पर बनी है।

क्या आप जानते हैं कि पिप्पा इस युद्ध में इस्तेमाल हुए एक टैंक का नाम था? फिल्म की शूटिंग इसी टैंक के साथ की गई है।निर्देशक राजा कृष्ण मेनन ने पिप्पा टैंक के बारे में बताया।फिल्म का नाम भारतीय सेना के टैंक पीटी-76 से लिया गया है। पीटी-76 को पिप्पा भी कहा जाता था। यह टैंक जमीन औरपानी दोनों पर चलाया जा सकता था।सामान्य भाषा में इसे एक टिन के डब्बे की तरह समझ सकते हैं, जो पानी पर आसानी से तैर सकता है।

इस टैंक ने बांग्लादेश की आजादी में अहम भूमिका निभाई थी।मेनन ने कहा, हमें एक टैंक मिला था, जो असली पीटी-76 था। वह काम नहीं करता था। उसकी मरम्मत करने में 8 महीने लगे। उसे चालू हालत में किया गया। फिल्म का बड़ा हिस्सा इसी टैंक पर शूट किया गया था।असली टैंक के अलावा प्रोडक्शन टीम ने 6-7 महीने में उसके जैसे दिखने और तैरने वाले अन्य टैंक का निर्माण किया।

बनाने के बाद उनकी जांच भी की गई थी।ईशान ने बताया कि पानी पर तैरते असल टैंक पर शूटिंग करना यादगार अनुभव था। उन्होंने बताया कि आखिरी शॉट के दौरान ही यह टैंक खराब हो गया था।उन्होंने बताया, जब हमें आखिरी शॉट लेना था, यह खराब हो गया, इससे धुआं निकलने लगा।

मैं इस टैंक पर 100 फीट गहरी झील के बीचों-बीच था। युद्ध में शामिल जवान, मंडाला साहब इसे चला रहे थे। उन्होंने कहा कि इसका तो हो गया। इसके बाद हमें वापस आना पड़ा।पिप्पा की कहानी ब्रिगेडियर बलराम सिंह मेहता की किताब द बर्निंग चाफीज पर आधारित है, जिसमें 1971 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध को दिखाया जाएगा।ईशान कैप्टन मेहता की भूमिका में दिखाई देंगे। फिल्म में उनके साथ मृणाल ठाकुर नजर आएंगी।रिपोर्ट्स के अनुसार, फिल्म की शूटिंग में करीब 75 करोड़ रुपये खर्च हुए थे। यह तय बजट से अधिक था, ऐसे में निर्माताओं ने इसे ओटीटी पर जारी करना बेहतर समझा।