होटल, रेस्तरां क्षेत्र 2023 में पटरी पर लौटा; 2024 में नए अवसर भुनाने की उम्मीद

वैश्विक महामारी का संकट खत्म होने के बाद घरेलू यात्राओं के एक बार फिर सामान्य होने.. भारत की जी20 अध्यक्षता और पुरुष क्रिकेट विश्व कप जैसे वैश्विक आयोजनों से 2023 में होटल व रेस्तरां क्षेत्र के प्रगति करने के बाद 2024 में भी इस क्षेत्र के बेहतरीन प्रदर्शन करने की उम्मीद है। होटल व रेस्तरां क्षेत्र में नए साल में हालांकि दीर्घकालिक कोष पहुंच, उच्च जीएसटी दरें, प्रतिभा अधिग्रहण तथा जटिल व्यावसायिक प्रक्रिया जैसे मुद्दे चिंता का विषय बन सकते हैं।

होटल एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया (एचएआई) के अध्यक्ष पुनीत चटवाल ने कहा, ”2023 में सूचीबद्ध होटल कंपनियों ने घरेलू मांग, विदेशी पर्यटकों के आगमन में सुधार, बड़े वैश्विक आयोजनों जैसे भारत की जी20 अध्यक्षता और क्रिकेट विश्व कप खेल आयोजन आदि के दम पर दोहरे अंकों में राजस्व वृद्धि दर्ज की।”

चटवाल इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड (आईएचसीएल) के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) भी हैं। उन्होंने कहा कि विश्लेषकों के अनुमान के अनुसार, इस क्षेत्र ने चालू वित्त वर्ष 2023-24 की पहली छमाही में राजस्व प्रति उपलब्ध कक्ष (रेवपार) में 14 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। इसके वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में 15-20 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है।

‘फेडरेशन ऑफ होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया’ (एफएचआरएआई) के नवनिर्वाचित अध्यक्ष प्रदीप शेट्टी ने कहा कि पिछले वर्ष ने अभूतपूर्व चुनौतियों से निपटने में इस क्षेत्र के लचीलेपन को प्रदर्शित किया, खासकर यात्रा व्यापार के पुनरुद्धार को लेकर.. जी20 के आयोजनों ने भारतीय पर्यटन क्षेत्र को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया, जो 2023 के सबसे बड़े आकर्षणों में से एक है।

फॉर्च्यून होटल्स के प्रबंध निदेशक समीर एमसी ने कहा, ”हम छोटे कस्बों और शहरों में बड़े पैमाने पर संभावनाएं देखते हैं जो रोमांचक अवसर पेश करते हैं।” समीर ने कहा, ”हमने 2023 में पर्यटन क्षेत्र में एक उल्लेखनीय पुनरुत्थान देखा है, जो घरेलू यात्रा तथा अंतरराष्ट्रीय आगंतुकों की क्रमिक वापसी के दम पर संभव हो पाया। वैश्विक महामारी के बाद उद्योग को भविष्य में पेश होने वाली हर चुनौती के लिए तैयार कर दिया गया है। यह सकारात्मक गति हमें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है।”

महिंद्रा हॉलिडेज एंड रिसॉर्ट्स इंडिया लिमिटेड के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ कविंदर सिंह ने कहा कि आरामदायक यात्रा, पर्यावरण के प्रति जागरूकता, सप्ताहांत अवकाश तथा परिवार के साथ अच्छा समय बिताने की इच्छा से लोगों के यात्रा करने की संख्या बढ़ी है।क्षेत्र की दीर्घकालिक संभावनाओं पर आशावान सिंह ने कहा, ”हमारे रणनीतिक उद्देश्य के अनुरूप हमारा लक्ष्य वित्त वर्ष 2030 तक कमरों की संख्या को करीब 5,000 से दोगुना करके 10,000 करना है।”

इसी तरह इरोज़ होटल (नई दिल्ली) के महाप्रबंधक देविंदर जुज ने कहा कि कंपनी 2023 की सफलता के आधार पर 2024 में विकास की संभावनाओं को लेकर आशावादी है।भारत के होटल व रेस्तरां क्षेत्र के 2024 में नई ऊंचाइयों तक पहुंचने और आने वाले अवसरों को भुनाने की दिशा में आगे बढ़ने की उम्मीद है।