आईआईटी-खड़गपुर के मृतक छात्र के परिजनों ने आत्महत्या के लिए संस्थान को ठहराया जिम्मेदार

आईआईटी-खड़गपुर के चौथे वर्ष के एक छात्र के छात्रावास के कमरे में मृत पाए जाने के एक दिन बाद, उसके माता-पिता ने गुरुवार को संस्थान के संकाय के एक वर्ग को अपने बेटे की आत्महत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने आरोप लगाया कि के. किरण चंद्रा को संकाय के अनावश्यक दबाव के कारण यह चरम कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा।

गुरुवार सुबह मृतक के पिता और चाचा अपने गृह राज्य तेलंगाना से विश्वविद्यालय पहुंचे और दावा किया कि किरण एक विशिष्ट अवधि के भीतर एक परियोजना को पूरा करने को लेकर संकाय के एक वर्ग से भारी दबाव में था।

मृतक के पिता ने कहा, “अगर किरण कहीं पिछड़ रहा थाा, तो संस्थान के अधिकारी हमें सूचित कर सकते थे। दबाव सहन नहीं कर पाने के कारण हमारे बेटे ने यह कदम उठाया।” हालांकि, मृतक के पिता और चाचा ने पुष्टि की कि वे आईआईटी-खड़गपुर अधिकारियों के खिलाफ कोई कानूनी कार्यवाही शुरू नहीं करेंगे, क्योंकि इससे किरण वापस नहीं आएगा। इस बीच, आईआईटी-खड़गपुर ने भी एक बयान जारी कर मौत की पुष्टि ‘आत्महत्या’ के रूप में की है।

गौरतलब है कि पिछले साल से यह संस्थान परिसर में छात्रों की रहस्यमयी मौतों के कारण राष्ट्रीय सुर्खियों में है। अक्टूबर 2022 में संस्थान परिसर में एक छात्र फैज़ान अहमद की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई। उसके मामले में भी शव हॉस्टल के एक कमरे से बरामद किया गया था। मामला कलकत्ता हाईकोर्ट के स्तर तक पहुंच गया। इसी साल जून में एक और छात्र सूर्या दीपेन परिसर में मृत पाया गया।