अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ दिल्ली समेत देशभर में आप, अन्य दलों का प्रदर्शन

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 में कथित अनियमितताओं से जुड़े धन शोधन मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किए जाने के खिलाफ शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी समेत देशभर में आम आदमी पार्टी (आप) और अन्य राजनीतिक दलों ने प्रदर्शन करते हुए विरोध जताया।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आप के नेताओं तथा कार्यकर्ताओं ने केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ प्रदर्शन किया। आईटीओ पर प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने इस क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू होने का हवाला देते हुए प्रदर्शनकारियों को वहां से जाने के लिए कहा। इसके बाद पुलिस ने कैबिनेट मंत्री आतिशी और सौरभ भारद्वाज को हिरासत में ले लिया।आईटीओ के करीब ही भाजपा और आप के मुख्यालय हैं। पुलिस ने प्रदर्शन के मद्देनजर भाजपा मुख्यालय और ईडी कार्यालय जाने वाले मार्गों को बंद कर दिया गया। इससे आईटीओ चौराहे, राजघाट तथा विकास मार्ग पर बड़े स्तर पर यातायात अवरुद्ध हुआ।

दिल्ली यातायात पुलिस ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जारी परामर्श में कहा, ”दिल्ली के डीडीयू मार्ग पर राजनीतिक दल के प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर आईपी मार्ग, विकास मार्ग, मिंटो रोड और बहादुर शाह जफर मार्ग पर भारी यातायात रहेगा। डीडीयू मार्ग यातायात के लिए बंद रहेगा। कृपया इन सड़कों से निकलने से बचें और तदनुसार अपनी यात्रा की योजना बनाएं।”पंडित दीन दयाल मार्ग (डीडीयू) पर ही भाजपा और आप के मुख्यालय स्थित हैं।वहीं, आप और रायजोर दल (आरडी) की असम इकाई ने शुक्रवार को गुवाहाटी में प्रदर्शन किया और विपक्षी दलों ने एकजुट होकर आप नेता के खिलाफ ईडी की कार्रवाई की निंदा की।

गुवाहाटी में आप सदस्यों ने राज्य सचिवालय से करीब दो किलोमीटर दूर स्थित पार्टी के राज्य मुख्यालय से जुलूस निकाला, लेकिन सुरक्षा बलों ने उन्हें रोक दिया। इसी तरह का विरोध-प्रदर्शन आप सदस्यों ने डिब्रूगढ़ में भी किया।रायजोर दल के सदस्यों ने भी शहर में अपने कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया।रायजोर दल के नेता बी.डी. सैकिया ने कहा, ‘‘इस कदम का उद्देश्य स्पष्ट रूप से भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार द्वारा गंभीर मुद्दे, खासकर चुनावी बॉण्ड के बारे में सच्चाई से ध्यान भटकाना है। हम चुप नहीं रहेंगे और लोग करारा जवाब देंगे।”

कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘विपक्ष को कुचलना इस सरकार का स्वभाव बन गया है। एक ही दिन में दो कदम- कांग्रेस के बैंक खाते ‘फ्रीज’ करना और वर्तमान मुख्यमंत्री को गिरफ्तार कर विपक्ष को कुचलने का प्रयास किया गया। स्वतंत्र एजेंसियां स्पष्ट रूप से राजनीतिक आकाओं के इशारे पर काम कर रही हैं।”कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा ने भी केजरीवाल की गिरफ्तारी की आलोचना की और कहा, ‘‘भारत मुंहतोड़ जवाब देगा।”उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, ‘‘एक डरा हुआ तानाशाह ऐसे लोकतंत्र बनाना चाहता है जिसमें जान ही न हो।”

जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में शुक्रवार को विरोध मार्च निकालने की कोशिश कर रहे आप कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।अधिकारियों ने बताया कि बड़ी संख्या में आप के कार्यकर्ता यहां प्रेस एन्क्लेव के पास जुटे थे। जैसे ही उन्होंने मार्च निकालने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए हल्के बल का प्रयोग किया।आप के नेता नवाब नासिर ने संवाददाताओं से कहा कि केजरीवाल की गिरफ्तारी अलोकतांत्रिक है। उन्होंने कहा, ‘‘यह लोकतंत्र की लड़ाई है और आखिरकार हम इसे जीतेंगे।”

आप नेता ने कहा कि हम मोदी (प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी) को बताना चाहते हैं कि उनकी तानाशाही नहीं चलेगी। उन्होंने कहा कि केजरीवाल एक अवधारणा हैं, एक विचारधारा हैं और आप उन्हें गिरफ्तार कर सकते हैं लेकिन आप विचारधारा को गिरफ्तार नहीं कर सकते।तेलंगाना के हैदराबाद में आप कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को भाजपा के राज्य मुख्यालय के पास विरोध-प्रदर्शन किया। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर किया।

इस दौरान आप कार्यकर्ताओं ने हाथों में ” मोदी हटाओ-भारत बचाओ ” लिखी तख्तियां ली हुई थीं और ” ईडी और सीबीआई मुर्दाबाद ” के नारे भी लगाए।पार्टी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘आप की तेलंगाना इकाई ने अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ हैदराबाद में भाजपा मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया। भाजपा और मोदी (प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी) की तानाशाही सारी हदें पार कर चुकी हैं। आज, भारत केजरीवाल के लिए एकजुट है और भाजपा खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहा है। जय हिन्द।”

आप की कर्नाटक इकाई ने केजरीवाल की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए शुक्रवार को बेंगलुरु में प्रदर्शन किया।’मुख्यमंत्री चंद्रू’ के नाम से लोकप्रिय, आप की राज्य इकाई के अध्यक्ष एच.एन. चंद्रशेखर के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने ‘फ्रीडम पार्क’ में ‘काला दिवस’ मनाया।चन्द्रशेखर ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केजरीवाल को गिरफ्तार करवाया क्योंकि वह ” देश भर में उनकी बढ़ती लोकप्रियता को पचा नहीं पा रहे हैं।”

उन्होंने कहा, ‘‘जो लोग कहते हैं कि वे संविधान ही बदल देंगे, उनसे और क्या उम्मीद की जा सकती है। केंद्र सरकार ने आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय जैसी एजेंसी का उपयोग करके उन लोगों पर कार्रवाई की योजना बनाई है जो भाजपा के खिलाफ हैं।”केरल में सतारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और विपक्षी दल कांग्रेस ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन किया।माकपा ने शुक्रवार को कन्नूर में विरोध मार्च निकाला और पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पुतला जलाया।

आप के कार्यकर्ताओं ने एर्नाकुलम जिले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यालय तक विरोध मार्च निकाला।आप नेता की गिरफ्तारी की कड़ी आलोचना करते हुए तिरुवनंतपुरम के सांसद एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने कहा, ‘‘मैं देश के लोगों से आग्रह करता हूं कि वे उन लोगों को सत्ता में वापस नहीं आने दें जो लोकतांत्रिक व्यवस्था का अपमान करते हैं। हमारे लोकतंत्र की रक्षा के लिए लोगों को ऐसी कार्रवाइयों का पुरजोर विरोध करने की जरूरत है। जो कुछ भी हुआ उसे उचित नहीं ठहराया जा सकता।”

माकपा के वरिष्ठ नेता एम.ए. बेबी ने कहा कि केजरीवाल की गिरफ्तारी भाजपा सरकार की तानाशाही को दर्शाती है।माकपा की युवा इकाई ‘डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई)’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य ए.ए. रहीम ने कहा, ‘‘चुनावी बॉण्ड घोटाला दुनिया के सबसे बड़े घोटालों में से एक है और अब हम देख सकते हैं कि भाजपा अन्य खबरों के जरिए इससे ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है।”

उधर, महाराष्ट्र के मुंबई में आप ने आरोप लगाया है कि बृहस्पतिवार देर रात प्रदर्शन कर रहे पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस ने मारपीट की।’आप’ की महाराष्ट्र इकाई की अध्यक्ष प्रीति शर्मा मेनन ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ”आज पुलिस ने ऐसी बर्बरता की जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती। मोदी की ईडी द्वारा गैरकानूनी तरीके से गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे ‘आप’ कार्यकर्ताओं को घसीटा गया, पीटा गया और घूंसे तक मारे गए।”