अमेरिका में उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए रामास्वामी, क्रिस्टी नोएम के बीच कांटे की टक्कर

अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की ओर से उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवारी हासिल करने की दौड़ में दक्षिण डेकोटा की गवर्नर क्रिस्टी नोएम और भारतीय मूल के जैव प्रौद्योगिकी उद्यमी विवेक रामास्वामी के बीच कांटे की टक्कर है।

‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ की खबर के अनुसार, ‘कंजरवेटिव पॉलिटिकल एक्शन कॉंफ्रेंस’ (सीपीएसी) में हुए एक मतदान में क्रिस्टी और रामास्वामी, दोनों को 15-15 प्रतिशत मत मिले। नतीजों की घोषणा शनिवार को संपन्न हुई इसकी चार दिवसीय बैठक के बाद की गई। रामास्वामी (38) का जन्म सिनसिनाटी में हुआ था। वह भारतीय प्रवासी दंपति की संतान हैं।

रामास्वामी ने राष्ट्रपति पद के लिए इस साल रिपब्लिकन पार्टी की ओर से उम्मीदवारी हासिल करने की कोशिश की थी लेकिन जनवरी में आयोवा में हुए मतदान में चौथे स्थान पर रहने के साथ वह इस दौड़ से बाहर हो गये थे।वहीं, 52 वर्षीय नोएम 2018 में दक्षिण डेकोटा की पहली महिला गवर्नर बनी थीं। ट्रंप ने उनका नाम समर्थन किया था। कोविड-19 महामारी के दौरान, टीकाकरण और मास्क पहनने के लिए राज्यव्यापी आदेश जारी करने से इनकार करने को लेकर वह राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा के केंद्र में रही थीं।

समाचार पत्र की खबर अनुसार, कई वर्षों में ऐसा पहली बार हुआ है कि रिपब्लिकन पार्टी को उपराष्ट्रपति पद के लिए किसे उम्मीदवार बनाना चाहिए, राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी से अधिक बड़ा विषय बन गया है।खबर के अनुसार, ऐसा इसलिए भी है डोनाल्ड ट्रंप (77) ने रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवारी की दौड़ में, उम्मीद के मुताबिक निक्की हेली को भारी मतों से हराया है। इसमें कहा गया है कि पिछली बार, सीपीएसी में उपस्थित लोगों के बीच ट्रम्प व्हाइट हाउस के लिए शीर्ष पसंदीदा उम्मीदवार नहीं थे, जब 2016 में टेक्सास के सीनेटर टेड क्रूज पहले स्थान पर रहे थे।

ट्रंप ने रविवार को रिपब्लिकन प्राइमरी में दक्षिण कैरोलिना में अपनी भारतीय-अमेरिकी प्रतिद्वंद्वी हेली पर शानदार जीत दर्ज की। हवाई से भारतीय मूल की पूर्व प्रतिनिधि सभा सदस्य तुलसी गबार्ड नौ प्रतिशत मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहीं।