सेहत के लिए नुकसानदायक है बोतलबंद पानी का सेवन

पानी को लेकर बचपन से हमने सुना है कि पानी कभी खराब नहीं होता है. लेकिन सवाल ये है कि क्या बंद बोतल पानी एक्सपायर होता है?. क्योंकि पानी के बोतल पर एक्सपायर का डेट लिखा होता है. आज हम आपको बताएंगे कि पानी कब खराब होता है और इसको लेकर एक्सपर्ट क्या कहते हैं.

पानी का एक्सापायर डेट ?
अधिकांश लोगों ने बोतलबंद पानी एक्‍सपायरी डेट देखी होगी. एक रिपोर्ट के मुताबिक बोतलबंद पानी पर एक्‍सपायरी डेट ल‍िखी होती है. यह पैक‍िंग तारीख से 2 साल आगे की होती है. हालांकि वैज्ञान‍िकों का कहना है कि पानी में धीरे-धीरे बोतल का प्‍लास्टिक घुलने लगता है, इसल‍िए 2 साल बाद यह पीने लायक नहीं रहता है. दरअसल पानी की बोतलों पर एक्सपायरी डेट पानी के लिए नहीं बल्कि बोतल के लिए होती है. क्‍योंकि प्लास्टिक की बोतलें समय के साथ टूट सकती हैं और पानी में रसायन छोड़ सकती हैं.

नल और नदी का पानी
नल, नद‍ियों का पानी कभी एक्सपायर नहीं होता है. क्योंकि यह एक रासायनिक यौगिक है. इसमें हाइड्रोजन और ऑक्सीजन के अणु होते हैं, जो समय के साथ नहीं बदलते हैं. इसके अलावा पानी में कोई जीवित जीव नहीं है, इसलिए यह समय के साथ खराब नहीं होता है. हालांकि पानी में अशुद्धियां हो सकती हैं, जो समय के साथ खराब हो सकती हैं. इन अशुद्धियों में बैक्टीरिया, वायरस, और रसायन शामिल हो सकते हैं. लेकिन ये भी सच है कि पानी में जीवाणुरोधी गुण होते हैं जो बैक्टीरिया और वायरस के विकास को रोकते हैं.

रिसर्च रिपोर्ट
वर्ड स्‍कूल ऑफ पब्‍ल‍िक रिसर्च की रिपोर्ट के मुताबिक नल के पानी को 6 महीने तक रखा जा सकता है और इस्‍तेमाल किया जा सकता है. क्योंकि यह कभी खराब नहीं होता है. सिर्फ कार्बोनेटेड नल का पानी ऐसा है, जिसका स्‍वाद धीरे-धीरे बदल जाता है. क्‍योंकि उसमें से गैस धीरे-धीरे निकल जाती है. बता दें कि हवा में मौजूद कार्बन डाइऑक्साइड के पानी में मिलने के बाद यह थोड़ा अम्लीय हो जाता है. लेकिन अगर कंटेनरों को 6 महीने तक ठंडी, सूखी और अंधेरी जगह पर रखेंगे, तो पानी का स्‍वाद कभी नहीं बदलेगा.

कैसे सुरक्ष‍ित रहता है पानी
बता दें कि कंटेनरों में पानी भरते समय पाइप का उपयोग करने से बचना चाहिए. इसे छानने के बाद सीधे नल से भरना चाहिए. वहीं इसे हवा के संपर्क से बचने के लिए हर समय ढक्कन लगाकर रखना चाहिए. पानी को बचाने का एक और तरीका है क‍ि पानी को लगभग 15 मिनट तक उबालकर रखना चाहिए और फिर ठंडा करना चाहिए.