बचपन में अक्सर कहा जाता है कि अच्छे बच्चे रोज दूध पीते हैं. बचपन से ही घर का माहौल ऐसा होता है कि डेयरी प्रोडक्ट जैसे दूध, अंडा, पनीर, घी, मक्खन, दही, छाछ और लस्सी खाने पीने से हमारा शरीर मजबूत होता है. लेकिन आजकल जमाना बदला है. मार्केट में नॉन-वेज और डेयरी प्रोडक्टर छोड़कर लोग वीगन यानि प्लांट बेस्ड फूड्स की तरफ ज्यादा एट्रैक्ट हो रहे हैं. ज्यादातर लोगों का मानना है कि जानवर से मिलने वाले प्रोडक्ट से ज्यादा फायदेमंद प्लांट बेस्ड प्रोडक्ट होते हैं. ऐसे में सवाल यह उठता है कि अगर हम यही बात मानकर डेयरी प्रोडक्ट खाना बंद कर दें तो शरीर पर क्या असर होगा?
बढ़ सकता है वजन
अगर आप काफी ज्यादा डेयरी प्रोडक्ट खाएंगे तो तेजी से वजन बढ़ सकता है. क्योंकि इसमें फैट की मात्रा काफी होती है. जिन लोगों को लैक्टोज इंटॉलरेंस की दिक्कत होती है. उन्हें डेयरी प्रोडक्ट से दूर रहना चाहिए. गाय-भैंस के दूध के बजाय बादाम मिल्क या सोया मिल्क वाली दूध पीनी चाहिए.
शरीर में हो सकती है पोषक तत्वों की कमी
डेयरी प्रोडक्ट एक दम से बंद कर देते हैं तो पोषक तत्व की कमी हो सकती है. क्योंकि डेयरी प्रोडक्ट शरीर में प्रोटीन, फैट, कार्ब्स, कैल्शियम और विटामिन-डी जैसे जरूरी पोषक तत्व प्रदान करते हैं. अगर आप डेयरी प्रोडक्ट का इस्तेमाल नहीं करेंगे तो शरीर में कमी हो सकती है.
प्रोटीन की कमी हो सकती है
डेयरी प्रोडक्ट्स कम होने से शरीर में प्रोटीन की कमी हो सकती है. मसल्स और बॉडी पार्ट रिपेयर करने के लिए प्रोटीन बेहद बहुत जरूरी है. हड्डियों के लिए प्रोटीन बेहद जरूरी है. अगर शरीर में प्रोटीन की कमी है तो इसके इंटेक पर ध्यान देना चाहिए.
हो सकती है कैल्शियम की कमी
अगर आप बिल्कुल भी डेयरी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल नहीं करते हैं तो शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाएगी. जिसके कारण हड्डियों में दर्द, हड्डी से जुड़ी बीमारी का खतरा बढ़ जाता है. क्योंकि कैल्शियम का बहुत बड़ा सोर्स है दूध. वैसे कैल्शियम के लिए केल, वाइट बीन्स और पालक भी खा सकते हैं.