मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि लाड़ली बहना योजना केवल योजना नहीं हैं, बल्कि एक आंदोलन है। जब तक सांस रहेगी, तब तक इस योजना को चलाऊंगा। यह योजना बहनों के दुख दूर करने का आंदोलन है। हर खुशी देने का आंदोलन है। मैंने पैसा नहीं सम्मान दिया है। बहनों के लिए कई तरह के काम शुरू करुंगा। बहनों को गरीब नहीं रहने दूंगा।
मुख्यमंत्री चौहान रविवार को संगीत की नगरी ग्वालियर के फूलबाग मैदान में आयोजित “राज्य स्तरीय महिला हितग्राही सम्मेलन” को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में उन्होंने सिंगल क्लिक के जरिए प्रदेश की 1.31 करोड़ से अधिक बहनों के खातों में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना की चौथी किश्त की 1269 करोड़ रुपये की राशि अंतरित की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर लगभग 380 करोड़ रुपये लागत के 23 कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन भी किया। इनमें लगभग 39 करोड़ रुपये लागत के 9 कार्यों का लोकार्पण और लगभग 341 करोड़ रुपये लागत के 14 कार्यों का भूमिपूजन शामिल है। कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री चौहान ने रविवार को दोपहर में ग्वालियर पहुंचकर सबसे पहले अचलेश्वर महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना की और इसके बाद उन्होंने जनदर्शन यात्रा (रोड शो) शुरू की। जन दर्शन यात्रा के दौरान सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे। मुख्यमंत्री के साथ रथ में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित कई वरिष्ठ भाजपा नेतामौजूद थे। जगह-जगह नागरिकों द्वारा मुख्यमंत्री का स्वागत किया गया। करीब डेढ़ किलोमीटर तक जनदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री फूलबाग पहुंचे, जहां लाड़ली बहना सम्मेलन में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अचलेश्वर में मैंने पूजा कर अच्छी बारिश और बहनों के लिए सुख मांगा है। ईश्वर मेरी बहनों के सारे दुख मुझे दे दो, लेकिन मेरी बहनों को खुश रखना। उन्होंने कहा कि लाड़ली बहना सिर्फ एक योजना नहीं है बल्कि आंदोलन है। बहनों के दुख दूर करने का आंदोलन, बहनों को खुश रखने का आंदोलन, बहनों को सम्मान दिलाने का आंदोलन है। मेरा उद्देश्य हर बहन की आय 10 हजार रुपये करने का है। मैं चाहता हूं कि बहनें लखपति बने। इसके लिए काम शुरू करने के लिए उनका यह भाई मदद करेगा। लोन आप लेना ब्याज भरने में मैं मदद करूंगा।
उन्होंने कहा कि ग्वालियर में बहनों ने फूलों की वर्षा की है। इसलिए मेरा संकल्प है कि आपको भी कोई परेशानी नहीं होगी। आपकी जिंदगी में भी अंधेरा नहीं होगा। मैंने सभी बहनों से राखी नहीं बधवाया, लेकिन आप सभी मानना कि आपने राखी बांध दी है।उन्होंने कहा कि जिन बहनों के मकान रह गए हैं, नाम छूट गया है, जो नाम गलती से छूट गए हैं उन बहनों से आवेदन लेंगे। आवेदन लेकर जांच करके लाड़ली बहना आवास योजना बना दी है। इसमें कच्चे घरों को पक्का बनाने की योजना बनाई है। हर साल मकान बनाते-बनाते सभी बहनों के पक्के घर हो जाएंगे। जिन गरीब लाड़ली बहनों के बड़े बिजली के बिल आए हैं, उन्हें सरकार भरवाएगी। इस महीने तक के बिल जीरो कर देंगे। जिन बहनों की खपत एक किलोवाट आएगी उनका बिल सौ रुपये आएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने योजना बनाई है कि टोल टैक्स बैरियर बहनें चलाएंगी। यदि बहनें एक लाख रुपये कमाकर देंगी तो 30 प्रतिशत मतलब 30 हजार रुपये उनको मिलेंगे। इससे वह सशक्त होंगी। बहनों को आत्मनिर्भर बनाना ही मेरा लक्ष्य है। इतना ही नहीं सावन में मैंने 450 रुपये में गैस सिलेंडर देने का वादा किया था वो भी पूरा किया है। उन्होंने कहा कि बहनों के सम्मान के लिए हमेशा तैयार हूं। बहनों से अभद्रता करने वाले उनको परेशान करने वालों पर यह सरकार एक्शन ले रही है और कड़ा एक्शन लेगी। ऐसे लोगों के घरों पर बुलडोजर चल रहा है और चलता रहेगा।
उन्होंने कहा कि मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि 10 अक्टूबर से हर माह 1250 रुपये दिए जाएंगे और यह धीरे-धीरे तीन हजार रुपये तक कर दूंगा। उन्होंने एक गाना देख सकता हूं मैं सब कुछ होते हुए, नहीं मैं नहीं देख सकता तुमको रोते हुए’ गाकर बहनों के खाते में एक क्लिक कर एक-एक हजार रुपये ट्रांसफर किए।