विपक्षी दलों के प्रमुख नेता रविवार को दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में इंडिया समूह के नेतृत्व में जुटे और अपनी ताकत का प्रदर्शन किया।
इंडिया समूह ने भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) की कथित जन विरोधी नीतियों और तानाशाही के विरोध में लोकतंत्र बचाओ रैली का आयोजन किया जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ,प्रियंका गांधी वाड्रा, समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव, राष्ट्रीय जनता दल के तेजस्वी यादव,राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद गुट) के शरद पवार, शिवसेना (उद्धव गुट) के उद्धव ठाकरे, झारखंड मुक्ति मोर्चा की कल्पना सोरेन और झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन, तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन, आम आदमी पार्टी के गोपाल राय और सुनीता केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के डी राजा, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के सीताराम येचुरी,नेशनल कांफ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की महबूबा मुफ्ती, द्रविड़ मुनेत्र कषगम के तिरुचि शिवा समेत 28 पार्टियों के नेता शामिल हुए।
लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों ने इस जनसभा का आयोजन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी, भाजपा की केंद्र सरकार की कथित तानाशाही, बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार के विरोध में किया।महारैली को संबोधित करते हुए श्री खड़गे ने कहा कि संविधान और लोकतंत्र बचाने के लिए है। देश में निष्पक्ष चुनाव नहीं हो रहा है। श्री मोदी लोकतंत्र नहीं चाहते हैं। वह तानाशाही तरीके से देश को चलाना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों और नेताओं को अनावश्यक परेशान किया जा रहा है जिससे वे चुनाव नहीं लड़ सकते।श्री गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लोकसभा चुनाव में फिक्सिंग करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले नेताओं को जेल में डाला जा रहा है। चुनाव कराने वाले अधिकारी बदल दिए गए हैं। बैंक खातों पर रोक लगा दी गई है और आयकर विभाग के माध्यम से डराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा संविधान बदलने की तैयारी कर रही है। इसलिए मोदी सरकार को हटाना आवश्यक है।
श्रीमती वाड्रा ने कहा कि चुनावी बाँड की जांच के लिए उच्चतम न्यायालय की निगरानी में विशेष कार्यबल का गठन किया जाना चाहिए। श्री केजरीवाल और श्री सोरेन को तत्काल रिहा किया जाना चाहिए और राजनीतिक दलों के आर्थिक स्रोतों को बंद नहीं करना चाहिए। चुनाव आयोग को स्वतंत्र रूप से काम करने देना चाहिए।सुश्री मुफ्ती ने कहा कि भाजपा सरकार ने नौजवानों में कट्टरता पैदा की है और उनके हाथ में लाठियां थमा दी है।श्री राजा ने कहा कि यह सरकार संविधान का उल्लंघन कर रही है और लोकतंत्र खत्म कर रही है। इस सरकार का जाना लोकतंत्र के हित में है।
श्रीमती सुनीता केजरीवाल ने श्री केजरीवाल का पत्र पढ़ा और शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली की सुविधा सभी तक पहुंचाने समेत छह गारंटी दी।श्रीमती कल्पना सोरेन ने कहा कि यह सरकार आदिवासियों के अधिकारों को खत्म कर रही है।श्री तेजस्वी यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने बेरोजगारी बढ़ाई हैऔर किसानों को तबाह कर दिया है। उन्होंने मोदी सरकार पर ध्यान भटकने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा का संविधान में कोई विश्वास नहीं है।
श्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि मोदी सरकार गरीबों को अनदेखा कर रही है और कुछ लोगों को लाभ पहुंच रही है। उन्होंने कहा कि देश को बचाने के लिए भाजपा को हराना जरूरी है श्री डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि लोकतंत्र को मजबूत करने के संघर्ष में उनकी पार्टी साथ है।तृणमूल कांग्रेस की नेता सागारिका घोष ने कहा कि उनकी पार्टी पूरी तरह से इंडिया समूह के साथ है। यह लड़ाई सिर्फ दिल्ली की नहीं बल्क पूरे देश की लड़ाई है। तानाशाही के खिलाफ लड़ाई है। श्री मोदी की झूठे गारंटी के खिलाफ लड़ाई है। एक नेता केंद्रित राजनीति देश के संघीय ढांचे के खिलाफ है। मोदी सरकार राज्यों की खासियत को स्वीकार नहीं करती है।
उन्होंने कहा,“ देश की 70 फीसदी आमदनी सिर्फ 10 फीसदी लोगों के हाथ में है। पचास फीसदी लोगों के पास सिर्फ तीन फीसदी आमदनी है। यह है भयंकर असमानता। तानाशाही के खिलाफ लोकशाही का चुनाव है।”नेशनल कांफ्रेस के फारुक अब्दुल्ला ने कहा कि संविधान को बचाने की सबसे बड़ी चुनौती है। इंसान को इंसान से लड़ाया जा रहा है जिसके खिलाफ सभी को मतदान करना है। उन्होंने इस हुकूमत को हराने के लिए मतदान करने के लिए लोगों से आह्वान किया। उन्होंने कहा,“ हम लोगों ने मजबूती के साथ इंडिया समूह के साथ हैं।”
द्रमुक तिरुची शिवा ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के संदेश को पढ़ते हुए कहा कि वह और उनकी पार्टी श्री अरविंद केजरीवाल की गिरप्तारी की निंदा करती है। उन्होंने कहा कि भाजपा इंडिया समूह के लोगों को दुश्मन मान रही है औऱ विपक्ष की सरकारों पर अत्याचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय ( ईडी )का इस्तेमाल करके विपक्ष को डराया जा रहा है और जो उनका मुकाबला करने की साहस दिखाते हैं उनको जेल में डाला जा रहा है। यह अघोषित आपातकाल है।
श्री येचुरी ने कहा,“ भारत की राजनीति में एक नई उर्जा यहां दिखाई दे रहा है जो तानाशाही को हरायेगा। देश को बर्बाद करने वाली ताकतों को हराना है। अगर हमें गरीबी, भुखमरी और बेरोजगारी से मुक्ति पाना है तो मोदी सरकार को हराना होगा। इंडिया समूह को जिताना है और सांप्रदायिक ताकतों को हराना है।”
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा,“ इस मैदान से एलान हो रहा है कि हुकमरान जो दिल्ली में बैठे हैं वह ज्यादा दिनों तक रुकने वाले नहीं है। अगर आपके चार सौ पार हो रहे थे तो अरविन्द केजरीवाल से घबराहट क्यों है। उत्तर प्रदेश के लोग स्वागत करते हैं तो धूमधाम से बिदाई भी करते हैं। चुने हुए मुख्यमंत्रियों को जेल भेज दिया गया जिसकी वजह से दुनिया में थू -थू हो रही है।”
उन्होंने कहा कि भाजपा ब्रह्ममांड की सबसे झूठी पार्टी है। सत्ता को बचाने के लिए अगर ईडी और सीबीआई को आगे कर रही है तो यह चार सौ पार नहीं चार सौ हारने वाली हैं। भाजपा ने ईडी और सीबीआई से डराकर सबसे अधिक चंदा वसूलने का काम किया है। अगर देश बचाना है इनको हराना होगा।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने कहा कि श्री केजरीवाल के खिलाफ के जिस तरह की कार्रवाई की गयी वह देश के संविधान और प्रजातंत्र पर जबरदस्त हमला है। उऩ्होंने कहा,“ विपक्ष के नेताओं को जेलों में डाला जाना प्रजातंत्र पर हमला है। हम लोगों को लोकतंत्र और संविधान को बचाने की लड़ाई लड़नी होगी।”
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा,“देश का लोकतंत्र खतरे में है। देश किसी के बाप की जागीर नहीं है। देश के हजारों योद्धाओं ने फांसी पर चढकर देश को आजादी दिलाई। हम वो पत्ते नहीं साख से टूट जाएंगे, आंधियों से कह दो औकात में रहे। भाजपा देश को नफरत के आंधी में लेकर जाना चाहते हैं।”
उन्होंने कहा कि श्री केजरीवाल को तो गिरफ्तार कर लेंगे लेकिन उनके विचारों को कैसे कैद कर पायेंगे। देश को जितना लूटना है लूट लो लेकिन कुछ साथ नहीं जाने वाला नहीं है।झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कहा,“ राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन न झुका है न झुकेगा। हेमंत सोरेन को जिस नाम पर गिरफ्तार किया गया है उसमें उनका नाम नहीं है। भाजपा जैसी तानाशाही सरकार किसी भी हाल में पनपने नहीं देंगे। हम लोग घबराने वाले नहीं है। हम लोग संघर्ष की उपज हैं। हम तानाशाही को खत्म कर लोकतंत्र को बचायेंगे।”
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