फिलिस्तीनी इस्लामिक प्रतिरोध आंदोलन (हमास) की सशस्त्र शाखा अल-कसम ब्रिगेड ने गुरुवार को शपथ लेते हुए कहा कि यदि इजरायल गाजा पर जमीनी हमला करता है तो उसे उसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
अल-कसम ब्रिगेड के प्रवक्ता अबू ओबैदा ने कहा, उनका समूह ऐसे विकल्पों को तलाशेगा जिससे यदि इज़रायल गाजा में जमीनी हमले को अंजाम देने की हिम्मत करता है तो उसे उसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी और जान-माल का भारी नुकसान होगा।अल-कसिम को हमास के खूंखार ब्रिगेड के नाम से भी जाना जाता है, जिसकी स्थापना साल 1991 में की गई थी। यह ब्रिगेड गाजा में सक्रिय है।
ओबैदा ने चेतावनी दी, “हमारे पास भारी हथियार हैं जो हमें सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं जिसे दुश्मन ने इससे पहले कभी नहीं देखा होगा और हमारी ब्रिगेड दुश्मन की सेना को कुचल सकते हैं।” ओबैदा ने कहा कि उनकी ब्रिगेड ने इजरायली जेलों में सभी फिलिस्तीनी कैदियों की अदला-बदली करने के लिए पर्याप्त इजरायली नागरिकों को बंदी बना रखा है।
उन्होंने फिलिस्तीनी युवाओं और अरब और इस्लामी देशों से इजरायल के खिलाफ चल रही जंग में शामिल होने के लिए सभी मोर्चों पर आगे आने का भी आह्वान किया है। इजराइल ने गत शनिवार से हमास द्वारा किए गए विध्वंशकारी हमले के जवाब में जमीनी हमले के लिए रिकॉर्ड 360,000 रिजर्व सैनिकों को बुलाया है।