अपनी टीवी यात्रा पर वकार शेख ने कहा, ‘मैं भूल चुका हूं कि मैंने कितनी मुख्य भूमिकाएं निभाई’

‘चंद्रकांता’, ‘साया’, ‘कुबूल है’ और अन्य शो में काम के लिए मशहूर अभिनेता वकार शेख ने अपने तीन दशकों के टेलीविजन सफर के बारे में बात करतेे हुए कई अनुभव शेयर किए।

टेलीविजन शो में एक अभिनेता के रूप में अनुभव को शेयर करते हुए वकार शेख ने कहा, ”मैं काफी समय से टेलीविजन पर हूं। मैंने कई शो किए हैं। मैं लगभग भूल चुका हूं कि मैंने शो में कितनी मुख्य भूमिकाएं निभाई हैं। यह वर्षों की अनुशासनात्मक कड़ी मेहनत और समर्पण का परिणाम है जो मुझे आज उस स्थिति में रखता है।”

अभिनेता ने कहा, “आज सहज दिखना उन सभी प्रयासों का फल है। अनुभव एक ऐसी चीज है, जिसे आप देख और माप नहीं सकते। यह आपके अंदर है, और यह आता रहता है। आज भी मुझे इसका अनुभव हो रहा है। ऐसा नहीं है कि यदि आपने अनुभव प्राप्त कर लिया है, तो यह खत्म हो गया है। आज भी मैं कुछ नया सीख रहा हूं और हर आने वाले दिन के साथ सीखता रहूंगा।”

अभिनेता ने शेयर किया, “मुझे लगता है कि इतने सालों के अनुभव ने मुझे अपनी नई भूमिका निभाने में बहुत मदद की है, और दिन के अंत में मेरी मदद और मार्गदर्शन करने के लिए मेरे लेखक और मेरे रचनाकार हैं। तो कहीं न कहीं मैंने एक किरदार पर पकड़ बनाने की कला सीख ली है और मुझे लगता है कि अगर मैं एक किरदार निभा रहा हूं तो मुझे पता होना चाहिए कि क्या पहनना है और कैसा दिखना है।” फिलहाल वह शो ‘अनुपमा’ में यशदीप के किरदार में नजर आ रहे हैं।

‘अनुपमा’ के बारे में बात करते हुए वकार ने कहा, “मैं यशदीप सिंह का किरदार निभा रहा हूं, जो यशपाल का छोटा भाई, बीजी का छोटा बेटा और रेस्तरां स्पाइसेस एंड चटनी का सह-मालिक है। शुरुआत में, यशदीप सेना में थे और उसके बाद सेना छोड़कर, वह पंजाब में अपने गांव वापस चले गए।”

वकार शेख ने कहा, ”मेरे किरदार की उपस्थिति सर्दियों के दौरान अमेरिका में हमारे वर्तमान स्थान के लिए बिल्कुल उपयुक्त है। वह ट्रेंच कोट जैकेट और मफलर पहनते हैं। वह शालीनता बनाए रखते हैं, उनकी एक विशिष्ट शैली होती है और उनमें विनम्रता और आकर्षण झलकता है। जैसे शो आगे बढ़ेगा आपको पता चलेगा कि उन्होंने अपने जीवन में किन चुनौतियों का सामना किया है।”