मुंह के छालों का प्राकृतिक इलाज: 5 अचूक टिप्स

अक्सर लोग मुंह के छाले (माउथ अल्सर) से परेशान रहते हैं। यह गोल आकार का घाव होता है, जिसका रंग सफेद या पीला होता है। मुंह में छाले होने पर कुछ भी खाते नहीं बनता। जलन होती रहती है। यह होंठ, जीभ या फिर गाल के अंदर की तरफ होते हैं। कब्ज, हार्मोनल बदलावों और अधिक एसिडिटी आदि के कारण छाले होते हैं। कभी-कभी शरीर में आयरन, विटामिन बी एवं सी की कमी के कारण भी ये हो सकते हैं। इसका इलाज साधारण घरेलू उपचार से भी संभव है।आज हम आपको बताएंगे मुंह में बार-बार छाले होने की समस्या से निजात पाने के घरेलू नुस्खे।

मुंह में बार-बार छाले होने की समस्या को नियंत्रित करने के लिए निम्नलिखित घरेलू नुस्खे आपकी मदद कर सकते हैं:

शहद
जीवाणुरोधी गुणों से युक्त शहद मुंह में होने वाले छालों में एक बहुत ही प्रभावी दवा के रूप में कार्य करता है। यह मुंह को नमी प्रदान करता है और शुष्क होने से रोकता है। उंगली से थोड़ा शहद लेकर छाले पर लगाएं। तत्काल आराम के लिए इसमें हल्दी मिलाएं।

नारियल तेल
इसमें पाए जाने वाले एंटी-इंफ्लेमेटरी यौगिक मुंह की सूजन को कम करके अल्सर की वजह से हो रहे दर्द में राहत प्रदान करते हैं। रुई के फाहे से नारियल के तेल को अल्सर पर लगाएं। आराम मिलेगा।

सेब का सिरका
इसकी प्रकृति अम्लीय होती है, जिससे आपको दर्द भी हो सकता है। ये सिरका अल्सर के लिए शक्तिशाली घरेलू नुस्खा है। आधा कप पानी में एक बड़ा चम्मच सेब का सिरका मिलाएं। कुछ मिनट के लिए इसे मुंह में रखें। इससे छाले के कारण हो रहे दर्द में आराम मिलेगा।

नमक का पानी
यह अल्सर के लिए सबसे अधिक उपयुक्त घरेलू नुस्खा है। नमक का पानी अल्सर में काफी आरामदायक होता है। एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच नमक मिलाएं। इससे कुल्ला करें। इस प्रक्रिया को दिन में तीन-चार बार दोहराएं।

टूथपेस्ट
इसमें मौजूद सूक्ष्मजीवरोधी (एंटीमाइक्रोबियल) अल्सर पैदा करने वाले संक्रमण को खत्म कर देता है। छालों पर टूथपेस्ट लगाने से ठंडक मिलती है। टूथपेस्ट लगाने के बाद, कुछ देर के लिए छोड़ दें। फिर कुल्ला कर लें। जब तक छाले ठीक न हो जाएं, इस प्रक्रिया को प्रतिदिन दोहराएं।

संतरे का जूस
कई बार विटामिन सी की कमी से भी मुंह में छाले हो जाते हैं। संतरा विटामिन सी का मुख्य स्रोत है। अल्सर होने पर प्रत्येक दिन दो गिलास संतरे का जूस पिएं।

लहसुन
घरेलू उपचार में लहसुन का सर्वाधिक प्रयोग किया जाता है। लहसुन अल्सर के जीवाणुओं से लड़ने में मदद करता है। लहसुन की एक कली को छाले पर रगड़ें। 30 मिनट के बाद पानी से कुल्ला कर लें। अल्सर गायब होने तक, इस प्रक्रिया को दोहराएं।

इन चीजों से करें परहेज

इसमें मीठी और मुलायम चीजें खाएं। चाय, कॉफी और तली हुई चीजों का सेवन बंद कर दें। इसमें कत्था, सदाबहार और हरश्रृंगार के पत्तों को चबाने से काफी फायदा मिलता है। शहद को कत्थे के साथ मिलाकर लगाने से राहत मिलती है। नमक मिले पानी से गरारे करने से यह जल्दी ठीक हो सकता है। पौष्टिक आहार के सेवन से इस समस्या से बच सकते हैं। मुंह में छाले होने पर मसालेदार चीजों के सेवन से परहेज करें। हरी सब्जियों का सेवन करें। इससे बचाव के लिए बी कॉम्प्लेक्स या विटामिन बी पर्याप्त मात्रा में लें।

इन वजहों से होते हैं छाले

आयुर्वेदाचार्य डॉ. एम. मुफीक के मुताबिक, पेट में गर्मी हो, पाचन क्रिया गड़बड़ हो या फिर पेट में कीड़े हो गए हों, इनसे भी मुंह में छाले होने की समस्या होती है। पित्त रोग, कब्ज, हार्मोनल बदलाव और अधिक एसिडिटी से ग्रस्त लोगों में मुंह के छालों की समस्या सबसे ज्यादा होती है। इम्युनिटी सिस्टम के कमजोर होने से भी माउथ अल्सर की समस्या उत्पन्न हो सकती है।

ये नुस्खे छालों को ठीक करने में मदद कर सकते हैं, लेकिन यदि समस्या बनी रहे या छाले लंबे समय तक ठीक न हों, तो चिकित्सक से परामर्श करें। वे आपको सही दिशा और उपचार के बारे में बता सकते हैं।

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