जानिए ये आयुर्वेदिक उपाय जिससे कैल्शियम की कमी दूर होगी और हड्डियां होंगी मजबूत

शरीर की हड्डियों और जोड़ों को हेल्दी रखने के साथ दांतों को मजबूत बनाने का मुख्य काम कैल्शियम का होता है। इसके साथ-साथ यह खून की कोशिकाओं को भी मजबूत बनाता है। कैल्शियम की कमी को हाइपोकैल्शिमिया के नाम से भी जाना जाता है। स्वामी रामदेव के अनुसार एक दिन में कम से कम 1 ग्राम कैल्शियम का सेवन करना जरुरी माना जाता है। शरीर में कैल्शियम की कमी होने के कारण जोड़ों में दर्द, अर्थराइटिस, हड्डियों का टूटना शामिल हैं।आज हम आपको बताएँगे आयुर्वेदिक उपाय जो कैल्शियम की कमी दूर करेंगे और हड्डियां रखेंगे मजबूत।

कई बार हम कैल्शियम का सेवन अधिक मात्रा में करते हैं लेकिन वह ठीक ढंग से डाइजेस्ट नहीं हो पाती है जिससे हड्डियों संबंधी समस्या का सामना करना पड़ता है। उम्र बढ़ने के साथ हमारे शरीर में कैल्शियम की अधिक कमी होने लगती है। ऐसे में आप इन चीजों का सेवन करके इस समस्या से छुटकारा पा सकते है।

कपालभाति
इस प्राणायाम को करने से पैंक्रियाज के बीटा सेल्स दोबारा एक्टिव हो जाते हैं। जिससे तेजी से इंसुलिन बनने लगता है। इसके साथ ही यह हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।

अनुलोम विलोम
सबसे पहले पद्मासन की मुद्रा में बैठ जाएं। अब दाएं हाथ की अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बाएं नाक पर रखें और अंगूठे को दाएं वाले नाक पर लगा लें। तर्जनी और मध्यमा को मिलाकर मोड़ लें। अब बाएं नाक की ओर से सांस भरें और उसे अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बंद कर लें। इसके बाद दाएं नाक की ओर से अंगूठे को हटाकर सांस बाहर निकाल दें। इस आसन को 5 मिनट से लेकर आधा घंटा कर सकते हैं।

डेयरी प्रोडक्ट्स
डेयरी प्रोडक्ट्स में सबसे अधिक कैल्शियम पाया जाता है। इसलिए जितना हो सके दूध, दही, पनीर आदि का सेवन करे।

औषधि

  • 1 ग्राम कैल्शियम रोजाना चाहिए। इसके लिए आप मुक्ता शुक्ति 1 ग्राम और मोतिपिष्टी एक चौथाई भाग लेकर सेवन करे। इसमें अधिक मात्रा में कैल्शियम पाई जाती हैं। जो इस कमी को पूरा करेगी।
  • हल्दी, मेथी, ,सौंठ, सुराजान और अश्वगंधा और शतावर का सेवन करे।

 

गिलोय
गिलोय में गिलोइन नामक ग्लूकोसाइड और टीनोस्पोरिन, पामेरिन एवं टीनोस्पोरिक एसिड, कॉपर, आयरन, फास्फोरस, जिंक,कैल्शियम, मैग्नीशियम पाया जाता है। इससे आपकी हड्डियां मजबूत होगी। इसके लिए आप गिलोय सत्व, गिलोय जूस या गिलोय स्वरस और गिलोय चूर्ण का सेवन कर सकते हैं।

वर्जिन कोकोनट ऑयल
आयुर्वेद के अनुसार वर्जिन कोकोनट ऑयल सेहत के लिए काफी फायदेमंद है। इसमें एंटिएलर्जिक, एंटिबायॉटिक, एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरिया के साथ-साथ कैल्शियम जैसे तत्व पाए जाते हैं। इसलिए रोजाना सुबह 1 चम्मच वर्जिन कोकोनट ऑयल का सेवन करे।

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