नौसेना की झांकी में नारी शक्ति और आत्मनिर्भरता की झलक

नौसेना की गणतंत्र दिवस की झांकी में इस बार नारी शक्ति और आत्मनिर्भरता की झलक दिखाई देगी। नौसेना के वाइस एडमिरल (कार्मिक सेवा नियंत्रक) गुरचरण सिंह ने बुधवार को यहां संवाददाताओं को बताया कि इस बार गणतंत्र दिवस परेड पर नौसेना की झांकी नारी शक्ति और आत्मनिर्भरता पर केन्द्रीत है।

झांकी के सामने की ओर नौसेना की महिला अधिकारी और नाविकों को विभिन्न अभियानों की मुद्रा में दिखाया गया है। साथ ही झांकी में स्वदेशी विमानवाहक पोत आई एनएस विक्रांत को भी उसकी पूरी संचालन प्रणाली के रूप में दिखाया गया है। उन्होंने कहा कि इस विमानवाहक पोत पर लड़ाकू विमान तथा हेलीकॉप्टर तैनात हैं। झांकी में कुछ स्वदेशी युद्धपोत और पनडुब्बी भी दिखाई देंगी। नौसेना के राजपथ पर परेड करने वाले मार्चिंग दस्ते में 144 सैनिक होंगे

जिनमें आधी महिला सैनिक होंगी। वाइस एडमिरल सिंह ने कहा कि महिलाओं को नौसेना की हर शाखा में भर्ती किया जा रहा है। अब महिला अग्निवीरों को बैंड तथा खेल कोटे के तहत भी भर्ती किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अभी नौसेना में कुल 7687 अग्निवीरों में से 1119 महिला अग्निवीर हैं।

इसके अलावा नौसेना में 650 से अधिक महिला अधिकारी भी हैं। अदन की खाड़ी में व्यापारिक जहाजों पर हमलों की बढती घटनाओं के बारे में पूछे गये सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि नौसेना देश के समुद्री हितों तथा समुद्र के रास्ते व्यापार को सुरक्षित बनाने की दिशा में कार्य कर रही है। अदन की खाड़ी और सोमालिया में व्यापारिक जहाजाें पर हमलों की घटनाओं को देखते हुए अभी भारतीय नौसेना के हिन्द महासागर में 10 से 12 युद्धपोत तैनात हैं। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर इनकी संख्या और भी बढायी जा सकती है।