चेतन कृष्णा मल्होत्रा की आध्यात्मिक ओडिसी : ‘माँ ने दर पर बुलाके’ हुआ अनवील

भक्ति संगीत की मनमोहक दुनिया में , सिंगर और गीतकार चेतन कृष्णा मल्होत्रा अपनी दिल को छू जाने वाली कम्पोज़िश की वजह से एक प्रमुख व्यक्ति के तौर पर उभरे है और उनके हर कम्पोजीशन ने ऑडियंस के दिलों में जगह बनाई है। अभी कुछ समय पहले ही चेतन ने टी सीरीज भक्ति सागर के साथ अपने भजन ‘पशुपतिनाथ दीजिये दर्शन’ पर एक साथ काम किया था और उस भजन को लोगों ने बहुत सराहा। अब एक बार फिर से चेतन ने अपना अगला भजन ‘माँ ने दर पर बुलाके’ रिलीज़ किया है। उनकी यह आध्यात्मिक यात्रा तेजी से गति पकड़ रही है, जिससे चेतन की भक्ति संगीत शैली में एक उस्ताद के रूप में स्थिति मजबूत हो रही है।

चेतन का अपने काम की तरफ अटूट डेडिकेशन और अपनी ऑडियंस के साथ उनका गहरा आध्यात्मिक सम्बन्ध उनके भजन ‘माँ ने दर पर बुलाके’ में साफ़ दिखाई दे रहा है। गायक ने चार महत्वपूर्ण स्थानों – ज्वाला माता मंदिर, चिंतपूर्णी माता मंदिर, बगलामुखी माता मंदिर और अमृतसर में भक्ति के सार को दर्शाते हुए एक आश्चर्यजनक तीर्थ यात्रा शुरू की।हर जगह को उन्होंने बहुत ही ख़ूबसूरती के साथ इस भजन में पिरोया है और ऑडियंस के लिए यह एक दिल लुभाने वाला भजन तैयार हुआ है।

अपने नए भक्ति हिट को लेकर अपनी प्रसन्नता ज़ाहिर करते हुए और टी सीरीज भक्ति सागर के साथ एक बार फिर से साथ काम करने पर चेतन ने अपनी ख़ुशी जताई। अपने पुराने भजन ‘पशुपतिनाथ दीजिये दर्शन’ की सफलता के बारे में विषय करते हुए उन्होंने कहा, “टी सीरीज के साथ मेरे पिछले हिट ‘पशुपतिनाथ दीजिये दर्शन’ के बाद मैं फिर से म्यूजिक लेबल के साथ जुड़कर खुश हूं।मैंने इस भजन को चार अलग अलग स्थानों पर शूट किया था और मेरे फैंस ने इसमें मेरा साथ दिया था। ‘ यह शब्द दर्शाते है कि कैसे अपने बढ़ते चाहने वालों को लेकर चेतन के मन में कितना कृतज्ञता का भाव है।

‘माँ ने दर पे बुलाके” भजन के माध्यम से चेतन कृष्ण मल्होत्रा की संगीत की क्षमता दिखाई देती है । उन्होंने इसको स्वयं गाया और कंपोज़ किया है। यह भजन इस जॉनर में उनका 19 वा हिट है। यह संगीत बनाने के प्रति उनकी दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाता है जो न केवल मनोरंजन करता है बल्कि श्रोताओं के साथ गहराई से जुड़ता है।

इसके आगे की बात करते हुए चेतन ने कहा ,” मैं दो नए ट्रैक जल्दी ही रिलीज़ करूँगा। मैं टी सीरीज के साथ एक बार फिर से काम करूँगा और इस बार श्री राम का भजन लेकर आऊंगा और दूसरा मैं अपने खुद के चैनल पर रिलीज़ करूँगा। वह भी श्री राम का भजन ही है। “यह बात बताकर उन्होंने अपने सभी चाहने वालो के मन में उत्साह बढ़ा दिया है।

‘माँ ने दर पे बुलाके” की गीतात्मक सुंदरता का श्रेय प्रमोद कुमार शर्मा को दिया जाता है, जबकि ब्रिजेश खत्री ने कुशलतापूर्वक इस की वीडियो एडिटिंग की है। संगीत की व्यवस्था वैभव राघवानी और ध्रुव पटेल द्वारा की गई, जिसमें यमन बेनी ने गाने में महारत हासिल की और मिश्रण किया। मृदुल अरोरा और राधिका चेतन मल्होत्रा ने सिनेमैटोग्राफी में अपनी प्रतिभा का इस्तेमाल किया और भक्ति यात्रा की दृश्य भव्यता में योगदान दिया।

चेतन कृष्ण मल्होत्रा के प्रभावशाली संगीत भंडार में “साईं तेरा ही नाम,” “हनुमान चालीसा,” “श्याम नज़रो माई हाय,” और “जय सिया राम” सहित असंख्य भक्ति हिट शामिल हैं। प्रत्येक रिलीज़ के साथ, उनके प्रशंसकों की संख्या बढ़ती जा रही है, और उनका संगीत आध्यात्मिक समृद्धि चाहने वाले श्रोताओं को सांत्वना, प्रेरणा और ईश्वर के साथ गहरा संबंध प्रदान करता है।

भक्ति ट्रैक के क्षेत्र में चेतन कृष्ण मल्होत्रा की संगीत यात्रा बहुत ही सराहनीय है। “मां ने दर पे बुलाके” उनकी कलात्मकता का प्रमाण है, जो आध्यात्मिकता और भक्ति के सर को दर्शाता है। जैसे जैसे यह गाना लोगों के बीच हिट होता जा रहा है , इस बात से यह स्पष्ट होता है कि चेतन का संगीत सांसारिक और दिव्य के बीच एक पुल बनाता है। कलाकार की अपनी कला के प्रति डेडिकेशन और अपने श्रोताओं के साथ उसका आध्यात्मिक संबंध यह सुनिश्चित करता है कि उसका संगीतमय सफर हमेशा जारी रहेगा और वह भक्ति संगीत के क्षेत्र पर एक अमिट छाप छोड़ेगा।