आजकल दिल से जुड़ी बीमारियां तेज़ी से बढ़ रही हैं। तनाव, खराब डाइट, नींद की कमी और हाई ब्लड प्रेशर इसके बड़े कारण हैं।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि आयुर्वेद में एक ऐसा औषधीय पौधा है जो ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने और धमनियों की सफाई में मदद कर सकता है?
इस पौधे का नाम है – पत्थरचट्टा।
🌿 हाई बीपी में कैसे काम करता है पत्थरचट्टा?
1. धमनियों को खोलता है
पत्थरचट्टा ब्लड प्रेशर को संतुलित रखने में मदद करता है क्योंकि यह धमनियों को फैलाता है और उनकी दीवारों को मजबूत बनाता है।
इससे रक्त का प्रवाह बेहतर होता है और दिल पर अधिक दबाव नहीं पड़ता।
2. ब्लॉकेज और कोलेस्ट्रॉल घटाने में सहायक
पत्थरचट्टा में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर में गर्मी पैदा करते हैं, जिससे धमनियों में जमा फैट और कोलेस्ट्रॉल पिघलने लगता है।
इससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और हाई बीपी की समस्या को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
🧃 पत्थरचट्टा का इस्तेमाल कैसे करें?
पत्थरचट्टा जूस बनाकर सप्ताह में दो बार सेवन करें।
बनाने की विधि:
एक कप पानी में पत्थरचट्टा के कुछ पत्ते डालें।
इसे उबालें और फिर धीमी आंच पर कुछ देर पकने दें।
जब पानी थोड़ा गाढ़ा हो जाए, तो छानकर गुनगुना पिएं।
यह जूस शरीर को डिटॉक्स करता है और दिल की सेहत को बेहतर बनाता है।
📌 ध्यान देने योग्य बातें
पत्थरचट्टा का सेवन सीमित मात्रा में ही करें।
किसी भी गंभीर स्वास्थ्य स्थिति में डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
यह प्राकृतिक उपचार है, लेकिन यह मेडिकल इलाज का विकल्प नहीं है।
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