भारतीय रसोई में घी को सिर्फ एक खाद्य पदार्थ नहीं, बल्कि संस्कृति और परंपरा का हिस्सा माना जाता है। चाहे बात स्वाद की हो या सेहत की – देसी घी हमेशा ऊपर रहा है।
आयुर्वेद भी इसे अमृत तुल्य मानता है। यह पाचन तंत्र को मजबूत करने, कब्ज को दूर करने और शरीर को पोषण देने में मदद करता है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि घी का सेवन हर किसी के लिए लाभकारी नहीं होता? कुछ विशेष स्थितियों में घी का सेवन करना सेहत को गंभीर नुकसान भी पहुंचा सकता है।
आइए जानते हैं कि किन लोगों को घी खाने से परहेज़ करना चाहिए।
⚠️ 1. कोलेस्ट्रॉल के मरीज़ रहें सतर्क
देसी घी में मौजूद सैचुरेटेड फैट शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) को बढ़ा सकता है।
अगर आप कोलेस्ट्रॉल की समस्या से जूझ रहे हैं, तो ज़्यादा घी खाना नसों में ब्लॉकेज, दिल की बीमारियां और ब्लड सर्कुलेशन में रुकावट जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है।
👉 ऐसे में डॉक्टर की सलाह के बिना घी का सेवन न करें।
🤢 2. पेट से जुड़ी समस्याएं हों तो न करें घी का सेवन
घी आमतौर पर पाचन के लिए अच्छा माना जाता है, लेकिन अगर आप पहले से ही गैस, अपच या एसिडिटी की समस्या से परेशान हैं, तो यह आपकी स्थिति को और बिगाड़ सकता है।
👉 पेट खराब होने की स्थिति में घी का सेवन टालें।
🤒 3. सर्दी, खांसी और बुखार में घी बन सकता है नुकसानदायक
घी का सेवन कफ को बढ़ाता है।
अगर आपको सर्दी, खांसी या बुखार है तो घी खाने से आपकी समस्या बढ़ सकती है।
👉 इन लक्षणों के रहते घी का सेवन न करें, खासकर गर्म दूध के साथ।
🤰 4. गर्भवती महिलाओं को सावधानी बरतनी चाहिए
प्रेग्नेंसी में शरीर पहले से ही हार्मोनल और डाइजेस्टिव बदलावों से गुजरता है।
घी का अधिक सेवन कुछ मामलों में लीवर पर दबाव डाल सकता है और इंफेक्शन का खतरा बढ़ा सकता है।
👉 इसलिए गर्भवती महिलाएं घी का सेवन डॉक्टर की सलाह से ही करें।
🧬 5. लीवर की बीमारी हो तो भूलकर भी न खाएं घी
अगर आपको लीवर सिरोसिस या लीवर से जुड़ी कोई बीमारी है, तो घी जैसे वसायुक्त खाद्य पदार्थ आपकी स्थिति को और गंभीर बना सकते हैं।
👉 ऐसे में घी से पूरी तरह दूरी बनाए रखें।
यह भी पढ़ें:
CLAT PG 2025: संशोधित रिजल्ट और काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू, जानें सभी ज़रूरी जानकारी