किनोवा को सुपरफूड की श्रेणी में गिना जाता है। यह एक प्रकार का साबुत अनाज है जो खासतौर पर अपने पोषण गुणों के कारण लोकप्रिय है। किनोवा, किनोपोडियम क्विनोवा नामक पौधे के बीज से बनता है और इसमें नौ प्रकार के आवश्यक अमीनो एसिड पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए बेहद लाभकारी होते हैं। यह प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जिससे इसे अपनी डाइट में शामिल कर आप कई बीमारियों से बचाव कर सकते हैं।
किनोवा में पाए जाने वाले पोषक तत्व
किनोवा में फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है। इसके साथ ही इसमें प्रोटीन, मैग्नीशियम, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन बी, पोटैशियम, कैल्शियम और विटामिन ई जैसे कई पोषक तत्व भी मौजूद होते हैं। यह अन्य अनाजों की तुलना में ज्यादा फाइबर और विटामिन ई प्रदान करता है।
डायबिटीज के लिए किनोवा कितना फायदेमंद है?
किनोवा का ग्लाइसेमिक इंडेक्स काफी कम होता है, जो डायबिटीज के मरीजों के लिए इसे एक सुरक्षित विकल्प बनाता है। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स लगभग 53 होता है, जो ब्लड शुगर के स्तर को तेजी से बढ़ने से रोकता है।
किनोवा कब और कैसे खाएं?
किनोवा को आप नाश्ते में शामिल कर सकते हैं। इसे सलाद, सूप, उपमा, डोसा, खिचड़ी और दलिया में मिलाकर खाया जा सकता है। साथ ही किनोवा के आटे से बिस्कुट, केक भी बनाए जा सकते हैं।
किनोवा के और फायदे
वजन कम करने में मददगार: किनोवा फाइबर से भरपूर होने के कारण वजन घटाने में सहायता करता है।
हड्डियों के लिए लाभकारी: इसमें विटामिन डी भी होता है, जो दांतों और हड्डियों को मजबूत बनाता है।
कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित करता है: किनोवा बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है, जिससे हृदय रोगों का खतरा कम होता है।
मेटाबॉलिज्म तेज करता है: कमजोर मेटाबॉलिज्म से होने वाली सूजन और वजन बढ़ने की समस्या में किनोवा सहायक है। यह शरीर की पाचन क्रिया को भी दुरुस्त करता है और आपको स्वस्थ रखता है।
यह भी पढ़ें:
भीगे हुए अंजीर से पाएं सेहत का खजाना, जानिए सेवन का सही तरीका