आंख, नाक और कान—ये तीनों हमारे शरीर के सबसे संवेदनशील अंगों में आते हैं। इन अंगों में हल्की सी गड़बड़ी भी बेचैनी और डर पैदा कर देती है। कुछ ऐसा ही हाल ही में जानी-मानी सिंगर अलका याग्निक के साथ हुआ, जिन्हें अचानक से सुनाई देना बंद हो गया। डॉक्टरों ने उन्हें न्यूरल हियरिंग लॉस (Sensorineural Hearing Loss) बताया।
यह एक ऐसा डिसऑर्डर है जिसमें व्यक्ति की सुनने की क्षमता आंशिक या पूर्ण रूप से प्रभावित हो जाती है। आइए जानें कि यह बीमारी क्या है, इसके कारण, इलाज और इससे कैसे बचा जा सकता है।
🔍 क्या है न्यूरल हियरिंग लॉस?
न्यूरल हियरिंग लॉस यानी Sensorineural Hearing Loss (SNHL) तब होता है जब कान के अंदर मौजूद कोक्लीयर नर्व (Cochlear Nerve) या सेंसरी सेल्स डैमेज हो जाते हैं। यह नर्व वह रास्ता होती है जो कान से ध्वनि को ब्रेन तक पहुंचाती है।
👉 यह समस्या अचानक भी हो सकती है और धीरे-धीरे भी।
⚠️ इसके मुख्य कारण:
जन्मजात दोष
वायरल संक्रमण (जैसे हर्पीज, मम्प्स आदि)
दिमागी चोट या ट्यूमर
बहुत तेज़ आवाज़ के लंबे समय तक संपर्क में रहना
उम्र बढ़ने के साथ सुनने की क्षमता कम होना
कुछ मामलों में कारण अज्ञात (Idiopathic)
🩺 इलाज क्या है?
स्टेरॉयड थेरेपी: अगर शुरुआत में ही इलाज कर लिया जाए तो स्टेरॉयड देने से सुनने की क्षमता वापस आ सकती है।
इलाज की टाइमिंग बेहद ज़रूरी है—अगर शुरुआती 2 से 4 हफ्तों के अंदर इलाज शुरू कर दिया जाए, तो रिकवरी की संभावना बढ़ जाती है।
कुछ मामलों में हियरिंग एड्स या कॉक्लियर इम्प्लांट की सलाह दी जाती है।
🛡️ बचाव के उपाय:
तेज़ आवाज़ या शोर वाली जगहों से दूर रहें।
हेडफोन या ईयरफोन का सीमित और सुरक्षित उपयोग करें।
किसी भी प्रकार की सुनाई देने में दिक्कत हो तो तुरंत डॉक्टर से जांच कराएं।
नियमित हेल्थ चेकअप कराते रहें, खासतौर पर यदि उम्र बढ़ रही हो।
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