टीम इंडिया के दो दिग्गजों — रोहित शर्मा और विराट कोहली — के रिटायरमेंट के बाद अब टेस्ट क्रिकेट में कप्तानी की जिम्मेदारी शुभमन गिल के कंधों पर आ गई है। गिल को अब टीम का नया टेस्ट कप्तान बनाया गया है और उनका पहला इम्तिहान होगा इंग्लैंड का कठिन दौरा।
इस दौरे पर गिल को न केवल कप्तानी की बागडोर संभालनी है, बल्कि खुद भी बल्ले से शानदार प्रदर्शन कर टीम को आगे ले जाना है। हालांकि ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग का मानना है कि इंग्लैंड दौरा शुभमन के लिए बेहद कठिन होने वाला है।
🗣️ पोंटिंग ने गिल की कप्तानी और बल्लेबाज़ी को लेकर क्या कहा?
रिकी पोंटिंग ने पीटीआई से बातचीत में कहा:
“शुभमन गिल का फॉर्म सफेद गेंद के क्रिकेट में शानदार रहा है, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में उन्हें अभी भी खुद को और बेहतर करना होगा। नए कप्तान के तौर पर शुरुआत करना कभी भी आसान नहीं होता, और यह दौरा उनके लिए आसान नहीं रहेगा।”
उन्होंने आगे कहा,
“अगर भारत यशस्वी जायसवाल और साई सुदर्शन को ओपनर के तौर पर खेलाता है, तो नंबर तीन पर एक अनुभवी बल्लेबाज चाहिए होगा, जैसे केएल राहुल या करुण नायर। ऐसे में गिल को चौथे नंबर पर खेलना पड़ सकता है।”
🧠 टेक्निक नहीं, मानसिक मजबूती की ज़रूरत
पोंटिंग ने गिल की तकनीक की तारीफ करते हुए कहा:
“टेक्निक में कोई बड़ी समस्या नहीं है, लेकिन शुभमन कई बार खुद से आगे निकल जाते हैं या पारी के दौरान लय खो देते हैं। टेस्ट क्रिकेट में हर गेंद और हर सत्र में 100 प्रतिशत फोकस की ज़रूरत होती है। शुभमन को अपनी मेंटल एप्लीकेशन को और मज़बूत करना होगा।”
📉 इंग्लैंड की धरती पर अब तक फेल रहे हैं गिल
अब तक इंग्लैंड में शुभमन गिल का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है। उन्होंने वहां 3 टेस्ट मैचों की 6 पारियों में सिर्फ 88 रन बनाए हैं और उनका औसत महज़ 14 रहा है। न तो कोई अर्धशतक और न ही कोई बड़ी पारी। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 28 रन का है।
लेकिन इस बार स्थिति बदली है—गिल कप्तान हैं, जिम्मेदारी बड़ी है और उम्मीदें भी दोगुनी हैं।
🏏 अब गिल के बल्ले की बारी!
भारतीय टीम मैनेजमेंट को उम्मीद है कि शुभमन इस दौरे पर न सिर्फ एक अच्छे कप्तान के रूप में उभरेंगे, बल्कि इंग्लिश धरती पर बल्ले से भी नया इतिहास रचेंगे।
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