नमक भोजन का स्वाद बढ़ाने वाला जरूरी तत्व है, लेकिन जब इसकी मात्रा हद से ज्यादा हो जाती है, तो यही स्वाद आपकी सेहत के लिए खतरे की घंटी बन सकता है। कुछ लोग हर चीज़ में नमक डालने के आदी होते हैं – चाहे सब्जी हो, आटा, फल, सलाद या जूस। सेहत के प्रति जागरूक लोग अक्सर सफेद नमक की जगह पिंक हिमालयन सॉल्ट, काला नमक या सेंधा नमक का सेवन करने लगते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये हेल्दी कहे जाने वाले नमक भी अगर ज्यादा खाए जाएं, तो नुकसानदेह हो सकते हैं?
जानिए न्यूट्रीशियन और डाइट एक्सपर्ट्स की राय के अनुसार ज्यादा नमक खाने के खतरे:
हर नमक ज़रूरी, लेकिन सीमित मात्रा में ही फायदेमंद
चाहे वह सफेद नमक हो, काला नमक, सेंधा नमक या हिमालयन पिंक सॉल्ट — हर प्रकार के नमक में सोडियम और क्लोराइड जैसे मिनरल्स होते हैं। हिमालयन सॉल्ट में थोड़ी अधिक मात्रा में मिनरल्स ज़रूर होते हैं, लेकिन ये इतने नहीं कि शरीर को कोई बड़ा फायदा दे सकें। खास बात यह है कि पिंक सॉल्ट में आयोडीन नहीं होता, जो एक जरूरी पोषक तत्व है और थायराइड फंक्शन के लिए अनिवार्य है।
1. थायराइड की समस्या
अगर आप लंबे समय तक पिंक या सेंधा नमक का सेवन करते हैं और आयोडीन युक्त सफेद नमक से दूरी बना लेते हैं, तो इससे हाइपोथायरायडिज्म हो सकता है। आयोडीन की कमी थायराइड हार्मोन को प्रभावित करती है और इसके कारण थकान, वजन बढ़ना, बाल झड़ना जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
2. प्रेगनेंसी में हो सकता है खतरा
अगर आप गर्भधारण की योजना बना रहे हैं और लंबे समय से पिंक सॉल्ट का सेवन कर रहे हैं, तो शरीर में आयोडीन की कमी भ्रूण की ग्रोथ को प्रभावित कर सकती है। इससे नवजात शिशुओं में न्यूरोलॉजिकल प्रॉब्लम्स का खतरा रहता है। इसलिए प्रेगनेंसी के दौरान आयोडीन युक्त नमक का इस्तेमाल ज़रूरी है।
3. ज्यादा नमक = ज्यादा खतरा
भले ही वह कोई भी नमक हो, अधिक मात्रा में सेवन करने से यह शरीर में सोडियम का स्तर बढ़ाता है, जिससे हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक, स्ट्रोक और किडनी की समस्या जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही, ज्यादा नमक के कारण शरीर से कैल्शियम भी बाहर निकलने लगता है, जिससे हड्डियां कमजोर हो सकती हैं।
यह भी पढ़ें: