पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स को भारत रत्न देने की मांग की है। बुधवार को विधानसभा में सुनीता विलियम्स को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि सुनीता हमारे देश की बेटी हैं, और उनकी उपलब्धि पर हमें गर्व है।
286 दिन बाद धरती पर लौटीं सुनीता
बता दें कि सुनीता विलियम्स 5 जून 2023 को अंतरिक्ष यात्रा पर गई थीं। उन्हें 8 दिनों में वापस लौटना था, लेकिन तकनीकी खराबी के कारण उनकी वापसी 9 महीने तक टलती रही। अंततः सुनीता 286 दिन अंतरिक्ष में बिताने के बाद बुधवार सुबह 3:27 बजे (भारतीय समयानुसार) सुरक्षित पृथ्वी पर लौटीं।
ममता ने विधानसभा में दिया बयान
सुनीता की वापसी पर ममता बनर्जी ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर भी उन्हें बधाई दी। विधानसभा में उन्होंने कहा –
“हमारी भारत की बेटी वापस आ गई है, और हम बेहद खुश हैं। उन्होंने बहुत संघर्ष किया। मैं केंद्र सरकार से अनुरोध करती हूं कि उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया जाए।”
ममता ने कल्पना चावला का भी जिक्र किया और कहा कि कल्पना चावला अंतरिक्ष में गईं, लेकिन वापस नहीं आ सकीं। सुनीता भी मुश्किलों में थीं, लेकिन आखिरकार सुरक्षित लौट आईं।
शुभेंदु अधिकारी ने ममता पर लगाया आरोप!
इस बीच, पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी पर हमला बोला।
उन्होंने आरोप लगाया कि ममता ने सुनीता विलियम्स का नाम गलत तरीके से “सुनीता चावला” कहा।
शुभेंदु अधिकारी ने कहा –
“मुख्यमंत्री को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। एक अंतरराष्ट्रीय हस्ती का नाम गलत लेना शर्मनाक है!”
क्या सुनीता विलियम्स को मिलेगा भारत रत्न?
अब बड़ा सवाल यह है कि क्या केंद्र सरकार सुनीता विलियम्स को भारत रत्न देने की मांग पर विचार करेगी?
ममता बनर्जी का बयान सुर्खियों में है।
भाजपा और विपक्ष के बीच इसे लेकर राजनीति तेज हो गई है।
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