महू/इंदौर: मध्य प्रदेश के महू शहर में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में भारतीय क्रिकेट टीम की जीत का जश्न मनाने वाली रैली पर पथराव के बाद हुई झड़पों के सिलसिले में 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि रविवार देर रात हुई इस घटना में चार लोग घायल हो गए।
पुलिस के अनुसार, इंदौर जिले में स्थित शहर के विभिन्न इलाकों में हिंसा की पांच घटनाएं हुईं और तीन कारों और कई दोपहिया वाहनों पर हमला किया गया और उन्हें आग के हवाले कर दिया गया। कलेक्टर ने कहा कि पुलिस ने अब तक महू शहर में आगजनी और हिंसा में शामिल होने के आरोप में 13 लोगों को गिरफ्तार किया है, जहां स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है।
उन्होंने कहा कि हिंसा की सूचना मिलने के तुरंत बाद पुलिस मौके पर पहुंची और अशांत क्षेत्र में शांति बहाल करने के प्रयास किए। अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों के खिलाफ सख्त राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत कार्रवाई भी की जाएगी। कलेक्टर ने कहा कि लोगों के बयानों के आधार पर घटनाओं के संबंध में कुछ और एफआईआर भी दर्ज की जाएंगी। उन्होंने कहा कि घटनाओं से संबंधित कुछ वीडियो भी सामने आए हैं। उन्होंने कहा, “फिलहाल इलाके में शांति बहाल है।
किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा और इसके (हिंसा) लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।” कलेक्टर ने लोगों से सोशल मीडिया पर अफवाह/संदेश न फैलाने की भी अपील की और इस तरह की हरकतों में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी। घटनाओं के पीछे के कारण के बारे में पूछे जाने पर कलेक्टर ने कहा कि यह एक मस्जिद के पास से शुरू हुआ, जहां पहले से ही जुलूस निकाल रहे लोगों का दूसरे समूह के साथ कुछ विवाद हुआ, जिसके बाद उन्होंने एक-दूसरे के साथ हाथापाई की। उन्होंने कहा कि शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार, जुलूस अलग-अलग इलाकों से निकाला गया था और बाद में एक समूह का पटाखे फोड़ने को लेकर दूसरे समूह से विवाद हो गया।
अधिकारी ने कहा कि जांच के बाद यह स्पष्ट हो जाएगा कि इसके लिए कौन जिम्मेदार है। इस बीच, महू थाना प्रभारी राहुल शर्मा ने बताया कि तीन कारों और एक दर्जन दोपहिया वाहनों पर हमला किया गया और उन्हें आग के हवाले कर दिया गया। उन्होंने बताया कि पुलिस ताल मोहल्ला, सेवा मार्ग, पट्टी बाजार, मानेक चौक और जामा मस्जिद इलाकों में हुई सभी पांच घटनाओं की जांच कर रही है। अधिकारी ने बताया कि आगजनी, तोड़फोड़ और पथराव में शामिल लोगों की पहचान करने के लिए लोगों द्वारा मोबाइल फोन पर बनाए गए पूरे सीसीटीवी फुटेज और वीडियो की जांच की जा रही है।
उन्होंने बताया कि रविवार देर रात सुरक्षाकर्मियों की एक बड़ी टुकड़ी महू पहुंची। इंदौर जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर स्थित महू में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। स्थानीय लोगों ने पहले कहा था कि युवा क्रिकेट प्रेमियों के एक समूह ने न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत की जीत का जश्न मनाने के लिए एक रैली का आयोजन किया था। हालांकि, जब वे जामा मस्जिद क्षेत्र के पास पहुंचे, तो कथित तौर पर लोगों के एक बड़े समूह ने उन पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया, जिससे अफरा-तफरी मच गई और उन्हें अपनी मोटरसाइकिलें छोड़कर भागने पर मजबूर होना पड़ा।
उन्होंने बताया कि इसके बाद कुछ लोगों ने कई मोटरसाइकिलों में आग लगा दी, जिससे तनाव और बढ़ गया। पुलिस उप महानिरीक्षक निमिष अग्रवाल ने रविवार रात पीटीआई को बताया कि भारत की चैंपियंस ट्रॉफी जीत का जश्न मनाने के लिए महू में एक रैली निकाली जा रही थी। उन्होंने बताया कि इस दौरान कुछ लोगों के बीच कहासुनी हो गई, जो बढ़कर दो पक्षों के बीच एक-दूसरे पर पत्थरबाजी तक पहुंच गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि झड़पों के कारण शहर के कई इलाकों में दहशत फैल गई।