बॉडी से प्यूरिन को बाहर निकाल देगा लौकी का जूस, बस पीते समय रखें ये जरूरी बातें

आजकल गलत खान-पान और लाइफस्टाइल की वजह से शरीर में यूरिक एसिड और प्यूरिन (Purine) का स्तर बढ़ने लगा है। इसका सीधा असर जोड़ों के दर्द, गठिया (Arthritis) और किडनी स्टोन जैसी समस्याओं पर पड़ता है। अगर आप भी यूरिक एसिड बढ़ने से परेशान हैं, तो लौकी का जूस आपके लिए किसी रामबाण से कम नहीं है!

लौकी (Bottle Gourd) में भरपूर मात्रा में पानी, फाइबर और डिटॉक्सिफाइंग गुण होते हैं, जो शरीर से टॉक्सिन और अतिरिक्त प्यूरिन को बाहर निकालने में मदद करते हैं। लेकिन इसे पीते समय कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है, ताकि इसके फायदे सही तरीके से मिल सकें। आइए जानते हैं लौकी के जूस के फायदे और इसे पीने का सही तरीका।

लौकी का जूस क्यों है फायदेमंद?

  • प्यूरिन को बाहर निकालता है – लौकी डिटॉक्स ड्रिंक की तरह काम करती है और शरीर में जमा एक्स्ट्रा प्यूरिन को फ्लश आउट करती है

     

  • यूरिक एसिड को कम करता है – इसमें मौजूद पोटैशियम और अल्कलाइन गुण यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करते हैं

     

  • जोड़ों के दर्द से राहत – यूरिक एसिड बढ़ने से जो लोग गठिया और गाउट से परेशान हैं, उनके लिए लौकी का जूस बेहद फायदेमंद है

     

  • किडनी हेल्दी रहती है – लौकी का जूस किडनी को डिटॉक्स करता है और स्टोन बनने के खतरे को कम करता है

     

  • पाचन सुधारता है – यह कब्ज और एसिडिटी जैसी समस्याओं में भी राहत देता है।

लौकी का जूस पीने का सही तरीका

सही समय:
🔹 सुबह खाली पेट या नाश्ते से पहले पिएं, ताकि शरीर को पूरा फायदा मिले।
🔹 दिन में एक बार से ज्यादा न पिएं, क्योंकि ज्यादा मात्रा में इसे पीने से नुकसान हो सकता है।

बनाने का सही तरीका:
🔹 ताजा और हरी लौकी लें, जो कड़वी न हो।
🔹 इसे छीलकर छोटे टुकड़ों में काटें और मिक्सर में पीस लें।
🔹 स्वाद के लिए इसमें थोड़ा नींबू का रस, पुदीना या जीरा पाउडर मिला सकते हैं।
🔹 छानकर तुरंत पी लें, ज्यादा देर रखने से इसके पोषक तत्व खत्म हो सकते हैं।

ध्यान रखें ये बातें:
कड़वी लौकी का जूस बिल्कुल न पिएं, क्योंकि यह फूड पॉइजनिंग का कारण बन सकता है।
शुगर और लो BP वाले लोग सीमित मात्रा में ही लें, क्योंकि यह ब्लड शुगर को तेजी से कम कर सकता है।
किसी भी दवा के साथ इसे लेने से पहले डॉक्टर की सलाह लें।

किन चीजों से बचें?

  • ज्यादा प्यूरिन वाली चीजें खाने से बचें, जैसे – रेड मीट, सीफूड, दालें, राजमा, सोयाबीन।

     

  • ज्यादा ऑयली और प्रोसेस्ड फूड न खाएं, ये यूरिक एसिड बढ़ा सकते हैं।

     

  • कोल्ड ड्रिंक्स और शराब से बचें, क्योंकि ये बॉडी में प्यूरिन को बढ़ाने का काम करते हैं।
  • रोज़ाना 8-10 गिलास पानी पिएं, ताकि टॉक्सिन तेजी से बाहर निकलें।
  • ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियां और फाइबर युक्त आहार लें।

     

  • हल्की एक्सरसाइज और योग को रूटीन में शामिल करें।

     

  • डॉक्टर से समय-समय पर यूरिक एसिड का लेवल चेक करवाते रहें।

अगर आप यूरिक एसिड और प्यूरिन बढ़ने की समस्या से परेशान हैं, तो लौकी का जूस एक नैचुरल और असरदार उपाय हो सकता है। यह न सिर्फ जोड़ों के दर्द से राहत दिलाता है, बल्कि किडनी और पाचन को भी हेल्दी बनाए रखता है।