कनाडा-मैक्सिको से अमेरिका का टकराव तेज, ट्रंप के फैसले से बढ़ सकता है ट्रेड वॉर

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक और बड़ा फैसला लेते हुए कनाडा और मैक्सिको से आयात होने वाले सामान पर 25% टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। यह नया टैरिफ 1 फरवरी से लागू होगा। ट्रंप ने साफ कर दिया कि वे अपने इस फैसले से एक इंच भी पीछे नहीं हटेंगे, भले ही कनाडा ने इसे लेकर अमेरिका को धमकी दी हो।

क्यों बढ़ाया गया टैरिफ?
व्हाइट हाउस में मीडिया से बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि अवैध आप्रवासन, दवाओं की तस्करी और अमेरिका से दी जा रही भारी सब्सिडी की वजह से उन्होंने यह फैसला लिया है।

👉 “हमें कनाडा-मैक्सिको के सामान की जरूरत नहीं है।”
👉 “हमारे पास पर्याप्त तेल और लकड़ी है, हमें उनकी जरूरत नहीं।”
👉 “अगर जरूरत पड़ी तो यह टैरिफ समय के साथ और बढ़ सकता है।”

क्या चीन पर भी लगेगा टैरिफ?
ट्रंप ने यह भी संकेत दिया कि चीन पर भी सख्ती बरती जा सकती है। उन्होंने कहा कि वह फेंटेनाइल (Fentanyl) की तस्करी को लेकर चीन पर टैरिफ लगाने पर विचार कर रहे हैं।

👉 “चीन हमारे देश में घातक दवाएं भेजकर हमारे नागरिकों को मार रहा है, अब उन्हें इसकी कीमत चुकानी होगी।”
👉 “हम जल्द ही यह तय करेंगे कि चीन पर किस तरह का टैरिफ लगाया जाए।”

कनाडा ने अमेरिका को दी धमकी, लेकिन ट्रंप टस से मस नहीं!
ट्रंप के इस फैसले पर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने नाराजगी जताई और अमेरिका को जवाबी कार्रवाई की धमकी दी। उन्होंने कहा—

👉 “अगर अमेरिका टैरिफ बढ़ाता है तो हम भी जवाब देंगे।”
👉 “हमारी प्रतिक्रिया तेज और मजबूत होगी।”

हालांकि, ट्रंप पर इस चेतावनी का कोई असर नहीं पड़ा और उन्होंने अपने फैसले पर अडिग रहने की बात दोहराई।

क्या होगा आगे?
इस फैसले के बाद अमेरिका और उसके पड़ोसी देशों कनाडा-मैक्सिको के बीच तनाव और बढ़ सकता है। साथ ही, अगर चीन पर भी टैरिफ लगाया गया, तो यह ट्रेड वॉर को और भड़का सकता है। अब सबकी नजर इस बात पर है कि क्या अमेरिका के इस फैसले के जवाब में कनाडा और मैक्सिको भी कड़ा कदम उठाएंगे?

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