भारतीय स्मार्टफोन बाजार तेजी से बढ़ रहा है और उपभोक्ताओं की प्राथमिकताएं भी बदल रही हैं। काउंटरपॉइंट रिसर्च की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय उपभोक्ता अब स्मार्टफोन खरीदते वक्त सबसे ज्यादा महत्व प्रोसेसर की परफॉर्मेंस को देते हैं। इसके बाद बैटरी लाइफ, स्टोरेज क्षमता और कैमरा क्वालिटी की अहमियत आती है।
प्रोसेसर: स्मार्टफोन की रीढ़ रिपोर्ट के अनुसार, 28% उपभोक्ताओं का मानना है कि प्रोसेसर की परफॉर्मेंस डिवाइस की समग्र क्षमता को सीधे प्रभावित करती है। इस कारण, बेहतर परफॉर्मेंस के लिए उपभोक्ता तेज प्रोसेसर पर अधिक खर्च करने को तैयार हैं। 16% उपभोक्ताओं ने कहा कि वे प्रोसेसर की स्पीड के लिए अतिरिक्त पैसा खर्च करने को तैयार हैं। यह ट्रेंड यह दर्शाता है कि भारतीय उपभोक्ता अब स्मार्टफोन की तकनीकी क्षमताओं को बेहतर समझने लगे हैं।
सर्वे में यह भी पाया गया कि 84% उपभोक्ता स्मार्टफोन में चिपसेट की भूमिका को समझते हैं और वे प्रमुख चिपसेट ब्रांडों जैसे कि क्वालकॉम, एक्सिनोस और मीडियाटेक से अच्छी तरह परिचित हैं।
बैटरी लाइफ और 5G कनेक्टिविटी प्रोसेसर के बाद उपभोक्ताओं की दूसरी प्राथमिकता बैटरी लाइफ है। 13% उपभोक्ताओं ने कहा कि वे लंबी बैटरी लाइफ के लिए अतिरिक्त खर्च करने को तैयार हैं। इसके अलावा, 5G कनेक्टिविटी भी एक महत्वपूर्ण फीचर बनकर उभरा है, जिसे 12% उपभोक्ताओं ने प्राथमिकता दी।
एआई-पावर्ड प्रोसेसर का बढ़ता महत्व जेनरेटिव एआई (जेनएआई) के विकास के साथ स्मार्टफोन का अनुभव और भी व्यक्तिगत हो रहा है। अब चिपसेट कंपनियां साधारण कनेक्टिविटी से आगे बढ़कर एआई-पावर्ड प्रोसेसर पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं। ये प्रोसेसर न केवल तेज गति प्रदान करते हैं, बल्कि स्मार्ट और व्यक्तिगत अनुभव भी देते हैं।
भारत: दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्मार्टफोन बाजार भारत अब स्मार्टफोन बाजार में यूनिट वॉल्यूम के हिसाब से दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा बाजार बन चुका है। 2024 की तीसरी तिमाही में स्मार्टफोन वॉल्यूम में 3% की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि मूल्य में 12% की प्रभावशाली बढ़ोतरी हुई। यह एकल तिमाही के लिए सर्वकालिक रिकॉर्ड है। 2025 तक भारतीय स्मार्टफोन बाजार में और वृद्धि का अनुमान है। सरकारी पहलों और उपभोक्ता भावना में सुधार के कारण साल-दर-साल 6% की वृद्धि होने की उम्मीद है।
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