AGR छूट से टेलिकॉम इंडस्ट्री को बड़ी राहत, Vi और Airtel को मिलेगा फायदा

सरकार प्राइवेट टेलिकॉम कंपनियों जैसे एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया (Vi) को एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (AGR) के बकाये में राहत देने पर विचार कर रही है। इस प्रस्ताव के तहत सरकार ब्याज में 50% और जुर्माने में 100% की छूट देने की योजना बना रही है। इससे खासतौर पर वोडाफोन-आइडिया को राहत मिलेगी, जो लंबे समय से भारी घाटे का सामना कर रही है। इसके अलावा, एयरटेल को भी इस फैसले से बड़ा फायदा होगा।

गौरतलब है कि 2019 में सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश के बाद यह मामला सरकार के विचाराधीन था। अगर यह प्रस्ताव पास हो जाता है, तो देश में टेलिकॉम क्षेत्र पर चंद कंपनियों का एकाधिकार खत्म हो सकता है।

1 लाख करोड़ की वित्तीय सहायता का फायदा
इकोनॉमिक टाइम्स (ET) की रिपोर्ट के अनुसार, अगर इस प्रस्ताव को अंतिम रूप दिया जाता है, तो टेलिकॉम कंपनियों को 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक की वित्तीय राहत मिल सकती है।

वोडाफोन-आइडिया (Vi) को इसका सबसे ज्यादा फायदा होगा।
टेलिकॉम कंपनियां वित्त वर्ष 2026 से सरकार को एजीआर बकाये का भुगतान शुरू कर सकती हैं।
AGR बकाया: Jio को नहीं कोई दिक्कत
Vi का एजीआर बकाया 52,000 करोड़ रुपये तक घट सकता है।
एयरटेल को करीब 38,000 करोड़ रुपये की राहत मिल सकती है।
टाटा टेलीसर्विसेज को 14,000 करोड़ रुपये तक का फायदा होगा।
वहीं, रिलायंस जियो पर कोई एजीआर बकाया नहीं है, जिससे उसे इस फैसले से सीधा कोई फायदा नहीं होगा।
1 फरवरी को हो सकता है बड़ा ऐलान
AGR में छूट के प्रस्ताव पर वित्त मंत्रालय, दूरसंचार विभाग और कैबिनेट सचिवालय में चर्चा चल रही है। माना जा रहा है कि सरकार 1 फरवरी 2025 को बजट पेश करते समय इस राहत का ऐलान कर सकती है। यह कदम सरकार के सितंबर 2021 के राहत पैकेज के बाद दूसरा बड़ा फैसला होगा।

2021 में सरकार ने स्पेक्ट्रम बकाया के लिए बैंक गारंटी जमा करने की आवश्यकता खत्म कर दी थी, जिससे Vi को बड़ा लाभ हुआ था।

Vi को होगा बड़ा फायदा
अगर यह प्रस्ताव पास हो जाता है, तो वोडाफोन-आइडिया (Vi) को अपने 4G और 5G नेटवर्क को मजबूत करने का मौका मिलेगा। यह कदम जियो और एयरटेल के साथ प्रतिस्पर्धा करने में Vi की मदद करेगा। इससे टेलिकॉम इंडस्ट्री में नई जान आएगी और उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएं मिल सकेंगी।

यह भी पढ़ें:

सर्दियों में बच्चों की खांसी को न करें नजरअंदाज, हो सकती हैं ये गंभीर बीमारियां