मोटापा, जिसे ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (HPV) के संक्रमण से जोड़कर देखा जा रहा है, अब भारत में एक आम समस्या बन चुका है। पुरुषों और महिलाओं दोनों में मोटापे के कारण होने वाली बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है। हाल ही में एक नई स्टडी सामने आई है, जिसमें मोटापे से होने वाली बीमारियों के बारे में विस्तार से बताया गया है। शरीर में मोटापे का माप BMI (बॉडी मास इंडेक्स) के द्वारा किया जाता है। BMI किसी व्यक्ति के वजन और ऊंचाई के आधार पर निकाला जाता है और यह बताता है कि व्यक्ति का वजन उसकी ऊंचाई के हिसाब से सही है या नहीं। अगर आपका BMI 23 से ज्यादा है, तो आप मोटापे का शिकार हो सकते हैं, जिससे कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।
मोटापे से होने वाली प्रमुख बीमारियां
हाल ही में एम्स दिल्ली, डायबिटीज एसोसिएशन और फोर्टिस अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा की गई स्टडी में यह पाया गया है कि BMI 23 से ज्यादा होने पर सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इस स्टडी में यह भी बताया गया है कि मोटापे के कारण डायबिटीज, दिल की बीमारियां और हाइपरटेंशन जैसी बीमारियां हो सकती हैं।
मोटापा और डायबिटीज का गहरा संबंध
मोटापा और डायबिटीज (मधुमेह) के बीच गहरा संबंध है। टाइप 2 डायबिटीज मोटापे के कारण होता है, क्योंकि मोटे लोगों के शरीर में इंसुलिन ठीक से काम नहीं करता, जिससे शुगर का लेवल बढ़ जाता है। पेट के आसपास चर्बी जमा होने के कारण मेटाबॉलिज्म और इंसुलिन की क्रियावली पर असर पड़ता है, जिससे डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। मोटापे से शरीर में सूजन भी हो सकती है, जो और भी गंभीर बीमारियों का कारण बनती है।
किस प्रकार का मोटापा ज्यादा खतरनाक है?
पेट और कमर के आसपास ज्यादा चर्बी जमा होने से डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। यदि किसी व्यक्ति का BMI 25 से अधिक है, तो उसे डायबिटीज होने का खतरा अधिक होता है। ऐसे में मोटापे को कम करके डायबिटीज जैसी बीमारी से बचा जा सकता है।
दिल की बीमारी का खतरा
मोटापे से दिल की बीमारी और उससे जुड़ी अन्य समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। पेट के आसपास की चर्बी हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक, और हार्ट ब्लॉकेज जैसी बीमारियों का कारण बन सकती है। मोटापे से शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगता है, जिससे दिल को पंप करने में अधिक मेहनत करनी पड़ती है। इससे धमनियों में प्लाक जमा होने लगता है, जिससे ब्लड फ्लो रुकने लगता है। इससे हार्ट अटैक और हार्ट फेलियर का खतरा बढ़ जाता है।
हाइपरटेंशन और मस्तिष्क पर असर
मोटापा हाइपरटेंशन (उच्च रक्तचाप) का भी कारण बन सकता है, जिससे ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। मोटापा मस्तिष्क की रक्त वाहिकाओं पर दबाव डालता है, जिससे खून मस्तिष्क तक नहीं पहुंच पाता और स्ट्रोक जैसी समस्या हो सकती है।
मोटापे से बचने के लिए जागरूकता जरूरी है। BMI को नियंत्रित रखकर आप गंभीर बीमारियों से बच सकते हैं। अगर BMI 23 से ज्यादा है, तो जीवनशैली में बदलाव लाकर स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सकता है।
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