एक आदमी की मौत के बाद उसका दोस्त उसकी पत्नी के पास आया और बोला: क्या मैं उसकी जगह ले सकता हूं?
पत्नी दुखी स्वर में – मुझे कोई ऐतराज नही है, कब्रिस्तान वालों से पूछ लो।😂😜😅😂😂😜
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एक बहरा अपने बीमार रिश्तेदार को देखने जा रहा था। रास्ते में वह मन ही मन सोचने कि ज्यादा बातें करूंगा तो उसे कुछ दूसरा सुनाई देगा इसलिए कम से कम बोलूंगा। सबसे पहले पूछूंगा कि तबीयत कैसी है? वो कहेगा ठीक है। फिर पूछूंगा कि किसकी दवा चल रही है? वह डॉक्टर का नाम बता देगा। सोचते-सोचते बीमार का घर आ गया। उसे से मिलते ही बहरा बोला, “कहो कैसी तबीयत है?
बीमार – “मर रहा हूं।”
बहरा – “अच्छा ही है। भगवान करे ऐसा ही हो। दवा किसकी चल रही है।”
बीमार – “यमराज की।”
बहरा – “बहुत अच्छा डॉक्टर है, खाने को क्या बताया है?”
बीमार आदमी गुस्से से – “पत्थर।”
बहरा – “ठीक है, पचने में हल्के होते है।”😂😜😅😂😂😜
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चंपकलाल (पुत्र से)- कल तुमने बहुत शराब पि थी।
पुत्र – क्या बताऊं पापा सब गलत संगत की वजह से हुआ। पांच दोस्त, पांच बीयर और उनमें से चार पीते नहीं।😂😜😅😂😂😜
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पड़ोसी जॉन जब लंबे दौरे से लौटा तो पत्नी के साथ अजनबी को सोया देख, वह आगबबूला हो गया। उसने पिस्तौल निकालकर दोनों को उडा दिया। पुलिस ने उसे दोहरी हत्या के जुर्म में गिरफ्तार कर लिया। इस घटना पर रामजी अपने दोस्तों से यही कह रहा था – इससे भी बुरा हो सकता था।
उसके दोस्तों ने पूछा – इतना बुरा तो हो गया। इससे ज्यादा क्या बुरा हो सकता था भला?
रामजी ने फरमाया – अगर जॉन एक दिन पहले दौरे से लौट आता, तो उस अजनबी की जगह मैं मारा जाता।😂😜😅😂😂😜