आजकल प्रदूषण इतना अधिक बढ़ गया है कि हमें इन जहरीली हवाओ से बचने के लिए एयर प्यूरीफायर पर निर्भर रहना पड़ रहा है। क्या आपको मालूम है कि एयर प्यूरीफायर पर हजारों रुपये खर्च करने के बाद भी हमें एक्सपेक्टेड लाभ नहीं मिलता है? इसका मतलब यह है कि हम अपने एयर प्यूरीफायर का सही तरीके से उपयोग ही नहीं कर रहे हैं।
जानिए कुछ कारगर टिप्स
जांच करे और बदलें
एयर प्यूरीफायर का सबसे इम्पोर्टेन्ट हिस्सा फिल्टर होता है। यह हवा में मौजूद धूल, धुएं और अन्य कणों को साफ करता है। अपने एयर प्यूरीफायर के फिल्टर की समय-समय पर जांच करते रहें कि यह कितना गंदा हो गया है। जब फ़िल्टर बहुत अधिक गंदा हो जाए तो उसे तुरंत बदल दें। कंपनी द्वारा बताए गए समय पर फिल्टर को जरूर बदले।
स्थिति को ध्यान में रखे
एयर प्यूरीफायर को कमरे के बीच में या ऐसी जगह पर रखें जहां हवा आसानी से प्रसारित हो सके। एयर प्यूरिफायर को दीवार से कुछ दूरी पर रखना चाहिए ताकि हवा के संचार में कोई समस्या न हो।
इनलेट और एग्जॉस्ट की साफ – सफाई का ध्यान रखे
एयर प्यूरीफायर के इनलेट और एग्जॉस्ट को समय-समय पर साफ करते रहना चाहिए। इन पर जमी धूल हटाने के लिए आप मुलायम ब्रश या वैक्यूम क्लीनर का उपयोग कर सकते हैं। इससे वायु शोधक के प्रदर्शन को बनाए रखने में सहायता मिलती है।
एयर प्यूरीफायर को बंद न करें
जब हमें लगता है कि हवा साफ हो गई है तो हम एयर प्यूरीफायर को बंद कर देते हैं। लेकिन ऐसा करने से बचना चाहिए. अगर आप अच्छी हवा चाहते हैं तो एयर प्यूरीफायर को बंद न करें, बल्कि उसे चालू छोड़ दें
बार-बार चालू और बंद करने से बचे
अगर प्रदूषण का स्तर बहुत अधिक बढ़ गया है तो आप एयर प्यूरीफायर को लगातार चला सकते हैं। इसीलिए इन्हें इस तरह से डिजाइन किया गया है कि आप इन्हें लगातार उपयोग कर सकें। एयर प्यूरीफायर को बार-बार चालू और बंद करना ठीक नहीं है।
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