रोहित शर्मा ने बताया बेंगलुरु टेस्ट में टीम इंडिया को क्यों मिली हार

एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज का पहला मैच 8 विकेट से हारने के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने स्वीकार किया कि पहली पारी में 46 रन पर ऑलआउट होना टीम के लिए सबसे बड़ी परेशानी का सबब रहा। उन्होंने कहा कि उनकी टीम अगले दो मैच जीतने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेगी।

भारतीय टीम ने कीवियों को जीत के लिए 107 रन का टारगेट दिया था, जिसे मेहमान टीम ने रविवार को 2 विकेट खोकर हासिल किया। इस हार के बाद टीम इंडिया 3 मैचों की सीरीज में 0-1 से पिछड़ गई है।

बेंगलुरु टेस्ट में बारिश के कारण पहला दिन धुल जाने के बाद, दूसरे दिन भारत मात्र 46 रन पर आउट हो गया। यह टीम इंडिया का तीसरा सबसे कम टेस्ट स्कोर था और घरेलू मैदान पर टेस्ट मैच में उनका अब तक का सबसे छोटा स्कोर था।

रोहित ने मैच के बाद कहा, “मैंने दूसरे दिन के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था, हम जानते थे कि यह चुनौतीपूर्ण होगा। हमें नहीं लगा था कि हम 46 रन पर ऑल आउट हो जाएंगे, लेकिन न्यूजीलैंड को श्रेय देना चाहिए। इससे हम मुकाबले में पीछे रह गए। अच्छी चीजों को आगे ले जाना होगा। हम पहले भी इन चुनौतियों का सामना कर चुके हैं, ऐसी चीजें होती रहती हैं। दो टेस्ट बाकी हैं, हम जानते हैं कि इसके लिए क्या करना होगा और अगले दो टेस्ट में हम अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे।”

हालांकि, भारत ने दूसरी पारी में सरफराज खान (150) और ऋषभ पंत (99) के बीच चौथे विकेट के लिए 177 रनों की साझेदारी की बदौलत 426 रन बनाए थे। रोहित ने इन युवा बल्लेबाजों की सराहना करते हुए कहा कि उन्हें दोनों युवा बल्लेबाजों के प्रदर्शन पर गर्व है।

रोहित ने पंत और सरफराज की तारीफ करते हुए कहा, “हम आसानी से 350 रन से कम पर आउट हो सकते थे, यह ऐसी चीज है जिस पर हमें गर्व है। पंत ने परिपक्व पारी खेली और अपने शॉट भी खेले। सरफराज अपने तीसरे या चौथे टेस्ट में बिल्कुल स्पष्ट और परिपक्व थे।”

तीन मैचों की श्रृंखला में 0-1 से पीछे चल रही भारतीय टीम अब 24-28 अक्टूबर तक न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरा टेस्ट मैच खेलने के लिए पुणे जाएगी, जिसके बाद 1-5 नवंबर तक मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में श्रृंखला का तीसरा और अंतिम मैच खेला जाएगा।

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