सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में नजर आ सकते हैं हार्दिक पंड्या

भारतीय क्रिकेट के हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पंड्या लंबे समय के बाद घरेलू क्रिकेट में वापसी की तैयारी कर रहे हैं। खबर है कि आगामी सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उनके खेलने की उनकी योजना हैं। खासकर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाले बड़े दौरे की तैयारी को ध्यान में रखते हुए मैदान में नजर आएगें। हार्दिक का मैदान में होना भारतीय क्रिकेट के प्रशंसकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है। सूत्रों की माने तो पंड्या ने बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) को घरेलू सफेद गेंद क्रिकेट में खेलने की इच्छा व्यक्त की है, जिससे उनकी प्रतिस्पर्धात्मकता और फिटनेस को बढ़ावा मिलेगा।

सूत्रों के अनुसार, पंड्या की यह पहल न केवल उनकी खुद की खेल में वापसी के लिए है, बल्कि यह भारतीय टेस्ट टीम में अपनी जगह बनाने के प्रयास का भी एक हिस्सा हो सकता है। हाल ही में पंड्या ने रणजी ट्रॉफी में भी खेलने की इच्छा जताई है। उनके इस फैसले को भारतीय क्रिकेट की चयन प्रक्रिया में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है, खासकर जब उन्होंने पिछले साल टी20 विश्व कप में भारत की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। हालांकि, पंड्या मौजूदा दलीप ट्रॉफी में शामिल नहीं हैं, लेकिन उनके रणजी ट्रॉफी में खेलने के इरादे को आगामी बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट श्रृंखला में शामिल होने के लिए एक अवसर के रूप में देखा जा रहा है। बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने हाल ही में खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट खेलने के महत्व पर जोर दिया था।

कई प्रमुख खिलाड़ियों ने दलीप ट्रॉफी में भाग लिया है, जिसमें ईशान किशन भी शामिल हैं, जिन्होंने शतक के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। अब भारतीय टीम में पंड्या की संभावित वापसी, उनकी प्रतिस्पर्धात्मकता को और बढ़ाने में मदद कर सकती है। पंड्या ने आखिरी बार जुलाई में श्रीलंका के खिलाफ दो टी20 मैच खेले थे। अब वह अपनी फिटनेस पर ध्यान दे रहे हैं और टेस्ट सेटअप में अपनी जगह बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। आगामी बांग्लादेश टेस्ट श्रृंखला के लिए भारतीय टीम में कई खिलाड़ियों की वापसी हुई है, और पंड्या की वापसी भी टीम के लिए एक बड़ा सहारा हो सकती है। इस प्रकार, हार्दिक पंड्या की वापसी की संभावना भारतीय क्रिकेट के लिए एक उत्साहजनक विकास है, जो उनके फैंस और क्रिकेट प्रेमियों के लिए अच्छे संकेत देती है।

यह भी पढ़े :-

टीम के समर्थन के बिना कुछ भी संभव नहीं : हरमनप्रीत