प्रकृति कब अपना रूप बदल ले ये कोई नहीं जानता. हाल ही में सऊदी अरब में भी ऐसा देखा गया है. जहां तूफान और भारी बारिश के कारण शहर और कस्बे जलमग्न हो गए. गाड़ियाँ रेत में दबी हुई थीं। अब ऐसा ही मिलाजुला नजारा अफगानिस्तान में भी देखने को मिला है. संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम से जुड़े अधिकारियों ने अफगानिस्तान में 300 मौतों का दावा किया है. बारिश और नदियों में उफान की वजह से 2000 से अधिक घर सैलाब में बह गए हैं.
मिली रिपोर्ट के अनुसार अफगानिस्तान में बेहिसाब बारिश के बाद उफनती हुई नदियां तबाही मचा रही है. लोग बेहद डरावनी लहरों से अपनी जिंदगी बचाने की कोशिश में लगे हुए हैं. खतरे का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि अचानक सैलाब आने से 300 लोगों की मौत का दावा किया जा रहा है.तालिबान के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को एक बयान में कहा कि देश की वायुसेना ने पहले ही बगलान में लोगों को निकालना शुरू कर दिया है और बड़ी संख्या में बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों को बचाया है और 100 घायलों को क्षेत्र के सैन्य अस्पतालों में पहुंचाया है.अफगानिस्तान में भारी बारिश के बाद नदियों में जबरदस्त उफान है. कई जगहों पर पहाड़ों से तेज रफ्तार से पानी नीचे आया और फिर फ्लैश फ्लड में कई घर तबाह हो गए.
अफगानिस्तान के गांवों में कच्चे मकानों की संख्या अधिक है इसलिए हजारों घर सैलाब में बह गए. बाढ़ की तेज लहरों के बीच से अब तक कई शव निकाले जा चुके हैं. मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा होते जा रहा है.संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम से जुड़े अधिकारियों ने अफगानिस्तान में 300 मौतों का दावा किया है. बारिश और नदियों में उफान की वजह से 2000 से अधिक घर सैलाब में बह गए हैं. सड़कें और पुल के नुकसान का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक, बगलान प्रांत में सबसे ज्यादा तबाही देखने को मिली है. बदख्शां, बगलान,घोर और हेरात प्रांत में भी कई घर तबाह हो गए.
संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम से जुड़े अधिकारियों ने अफगानिस्तान में 300 मौतों का दावा किया है. बारिश और नदियों में उफान की वजह से 2000 से अधिक घर सैलाब में बह गए हैं. सड़कें और पुल के नुकसान का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक, बगलान प्रांत में सबसे ज्यादा तबाही देखने को मिली है. बदख्शां, बगलान,घोर और हेरात प्रांत में भी कई घर तबाह हो गए.
क्या जलवायु परिवर्तन है वजह?
पिछले दिनों ब्राजील ने भी ऐसी ही तबाही देखी है, जिससे उबरने में ब्राजील को कई महीने का वक्त लगेगा. माना जा रहा है कि जलवायु परिवर्तन की वजह से रेगिस्तानी इलाकों से लेकर दुनिया के कई हिस्सों में बेहिसाब बारिश हुई और ऐसी तबाही का सिलसिला और तेज हो सकता है.
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