यूरिक एसिड में कच्चा केला-पपीता खाना सबसे असरदार! जानिए ये दो सुपरफूड्स

हाई यूरिक एसिड की समस्या आजकल बहुत आम हो गई है। इससे जोड़ों में दर्द, सूजन और चलने-फिरने में परेशानी होने लगती है। इसका असर सिर्फ हड्डियों पर ही नहीं, बल्कि आपकी रोजमर्रा की जिंदगी पर भी पड़ता है।

ऐसे में कुछ खास फल, अगर कच्चे रूप में खाए जाएं, तो शरीर को इससे राहत मिल सकती है। ये न सिर्फ फाइबर और रफेज से भरपूर होते हैं, बल्कि शरीर में प्यूरिन मेटाबोलिज्म को भी तेज करते हैं और सूजन को कम करने में मददगार हैं।

तो चलिए जानते हैं कि कौन से दो कच्चे फल आपकी इस समस्या में असरदार साबित हो सकते हैं।

✅ 1. कच्चा केला – फाइबर से भरपूर और यूरिक एसिड के लिए रामबाण
कच्चा केला उन लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है जिनका यूरिक एसिड बढ़ा हुआ है।

इसमें फाइबर और रफेज प्रचुर मात्रा में होता है जो पाचन क्रिया को तेज करता है।

यह प्यूरिन को तोड़ने में मदद करता है और गाउट को ट्रिगर नहीं करता क्योंकि इसमें प्यूरिन की मात्रा कम होती है।

इसमें मौजूद विटामिन C यूरिक एसिड को ब्लड से बाहर निकालने में सहायता करता है।

✅ 2. कच्चा पपीता – सूजन से राहत का नैचुरल तरीका
कच्चा पपीता प्राकृतिक रूप से एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है।

यह ऑस्टियोआर्थराइटिस और गाउट में सूजन को कम करता है।

इसमें फाइबर की अच्छी मात्रा होती है जो प्यूरिन मेटाबोलिज्म को सुधारता है और अतिरिक्त यूरिक एसिड को मल के जरिए बाहर निकालने में मदद करता है।

🍽️ कैसे खाएं ये कच्चे फल?
कच्चे केले और पपीते की सब्जी बनाकर खाएं।

इन्हें उबालकर चोखा (भर्ता) बना सकते हैं — यह पाचन को भी मजबूत करता है।

चाहें तो थोड़ी सी राई, हल्दी और हींग के साथ हल्की ग्रेवी में भी पका सकते हैं।

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