डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद हैं ये 3 तरह की रोटियां, डाइट में जरूर शामिल करें

भारत में डायबिटीज की बीमारी तेजी से फैल रही है। इस गंभीर बीमारी का शिकार लगभग हर उम्र के लोग हो रहे हैं. मधुमेह, जिसे आमतौर पर मधुमेह के नाम से जाना जाता है, एक ऐसी बीमारी है जो खराब खान-पान और जीवनशैली के कारण हो सकती है. यदि मधुमेह के रोगी अपने खान-पान में सुधार नहीं करते हैं, तो इससे उनके शरीर में रक्त शर्करा का स्तर बिगड़ सकता है. जिससे और भी कई परेशानियां हो सकती हैं. मधुमेह का अभी तक कोई स्थायी इलाज नहीं है?लेकिन इस गंभीर बीमारी को लाइफस्टाइल में बदलाव करके और सही खानपान के जरिए कंट्रोल किया जा सकता है.एक्सपर्ट से जानेंगे डायबिटीज के मरीजों को कौन-से आटे की रोटियां  खानी चाहिए?

डायबिटीज में किसकी रोटी खानी चाहिए?

राजगिरा का आटा- व्रत के दौरान कई घरों में राजगिरा का इस्तेमाल किया जाता है। राजगिरा को रामदाना और चौलाई भी कहा जाता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए राजगिरा का आटा काफी फायदेमंद साबित हो सकता है. कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले राजगिरे के आटे में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होती है, इसलिए यह आटा शरीर में ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। राजगिरे के आटे से रोटी, चीला आदि बनाया जा सकता है. इसके अलावा इससे बना दलिया और लड्डू भी स्वास्थ्यवर्धक और स्वादिष्ट होते हैं.

रागी का आटा –रागी को मंडुआ भी कहा जाता है, इसके आटे से बनी रोटी (मंडुआ का आटा) मधुमेह के रोगियों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है. पहाड़ों में रागी का इस्तेमाल खाने में कई तरह से किया जाता है.रागी में कैल्शियम और आयरन के साथ-साथ फाइबर और प्रोटीन भी अच्छी मात्रा में होता है. इसे खाने से पेट काफी देर तक भरा रहता है और भूख कम लगती है. रागी के आटे से रोटी के अलावा डोसा, चीला और लड्डू भी बनाये जा सकते हैं. मधुमेह के मरीज शरीर में ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने के लिए रागी के आटे को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं, इससे उन्हें कई फायदे मिल सकते हैं.

जौ का आटा-डायबिटीज के मरीजों को ब्लड शुगर लेवल के साथ-साथ अपना वजन भी नियंत्रण में रखना होता है, ऐसे में जौ का आटा उनके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है. विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, आयरन, मैग्नीशियम के साथ कैल्शियम और प्रोटीन से भरपूर जौ का आटा मधुमेह के रोगियों के लिए फायदेमंद हो सकता है. जौ में प्रचुर मात्रा में फाइबर होता है, जो पेट को लंबे समय तक भरा रखता है। वजन नियंत्रित करने में भी जौ का आटा फायदेमंद हो सकता है.

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