जमीन घोटाले से जुड़े मामले में हेमंत सोरेन समेत 5 के खिलाफ ईडी की दाखिल चार्जशीट पर कोर्ट ने लिया संज्ञान

झारखंड के जमीन घोटाले से जुड़े मामले में पूर्व सीएम हेमंत सोरेन समेत 5 के खिलाफ ईडी की दाखिल चार्जशीट पर कोर्ट ने संज्ञान लिया .प्राप्त जानकारी के अनुसार,रांची स्थित पीएमएलए की स्पेशल कोर्ट  के जज राजीव रंजन ने बड़गाईं इलाके में स्थित साढ़े आठ एकड़ जमीन को गलत तरीके से दाखिल-खारिज करने के मामले में तीन लोगों को समन जारी किया है.

झारखंड के रांची स्थित पीएमएलए की विशेष अदालत ने बड़गाईं इलाके में स्थित साढ़े आठ एकड़ जमीन घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूर्व सीएम हेमंत सोरेन समेत पांच आरोपियों के खिलाफ ईडी द्वारा दायर आरोप पत्र पर संज्ञान लिया है. अन्य आरोपियों में बड़गाई अंचल के पूर्व राजस्व उपनिरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद, आर्किटेक्ट विनोद सिंह, जमीन के मूल रैयत राजकुमार पाहन और हिलारियस कच्छप शामिल हैं. अब कोर्ट इन सभी आरोपियों को समन जारी करेगी. इसके बाद इन सभी के खिलाफ केस की कार्रवाई शुरू होगी.

बड़गाईं इलाके में स्थित साढ़े आठ एकड़ जमीन घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को ईडी ने 31 जनवरी की रात  गिरफ्तार किया था. वह 64 दिनों से न्यायिक हिरासत में हैं। इन पांच लोगों में से दो लोग पूर्व राजस्व उपनिरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद रांची के होटवार जेल में बंद हैं, जबकि तीन लोग इस मामले में अभी भी जेल से बाहर हैं जो लोग जेल से बाहर हैं, रांची की पीएमएलए कोर्ट ने उन्हें समन जारी किया है और निर्देश दिया है कि अगली सुनवाई में सभी पांचों लोग उपस्थित हों.हालांकि एजेंसी उनसे कई बार पूछताछ कर चुकी है. इन सभी के खिलाफ ईडी ने 30 मार्च को करीब 5500 पेज की चार्जशीट दाखिल की है.

ईडी ने 30 मार्च को करीब 5500 पेज की चार्जशीट में बताया है कि हेमंत सोरेन ने न सिर्फ अवैध तरीके से जमीन हासिल की, बल्कि जांच शुरू होने पर साक्ष्य छिपाने की साजिश भी रची. यह भी कहा जाता है कि उन्होंने घोटाले में अन्य आरोपियों को बचाया था. जांच के दौरान ईडी ने जमीन का नक्शा भी बरामद किया था, जो आर्किटेक्ट विनोद कुमार सिंह के मोबाइल फोन से मिला था. करीब 500 पन्नों के दस्तावेज भी ईडी के हाथ लगे हैं.

जांच के दौरान ईडी को पता चला था कि हिलारियस कच्छप ने अपने नाम की जमीन पर बिजली का मीटर लगवाया था. इस मामले में हिलारियस कच्छप को इसी कारण आरोपी बनाया गया है. इस जमीन पर पूर्व सीएम के मित्र विनोद कुमार बड़ा निर्माण कराने जा रहे थे. इसके लिए उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री से कई बार बात की थी. इसका नक्शा भी बनाया गया. पूरे मामले में जमीन मालिक राजकुमार पाहन की भी भूमिका रही. जांच में सामने आए इन सभी तथ्यों का जिक्र ईडी की चार्जशीट में किया गया है.

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