अग्निवीरों के लिए बड़ी खुशखबरी! सरकार स्वास्थ्य सुविधा देने की तैयारी में

केंद्र सरकार अग्निवीरों और उनके परिवारों को चिकित्सा सुविधाएं देने की योजना पर गंभीरता से विचार कर रही है, भले ही वे सेवा मुक्त हो चुके हों। अभी तक यह सुविधा केवल सेवा के दौरान ही दी जाती थी, लेकिन सेवा समाप्त होने के बाद यह उपलब्ध नहीं रहती। सरकार इस समस्या का हल निकालने के लिए एक नई योजना तैयार कर रही है।

नई योजना के तहत क्या मिलेगा?
सूत्रों के मुताबिक, सेवारत अग्निवीरों के परिजनों को चिकित्सा सुविधा दी जाएगी, साथ ही सेवा समाप्त होने के बाद भी अग्निवीरों और उनके परिवारों को स्वास्थ्य सेवाएं देने पर विचार किया जा रहा है। यह कदम सरकार के अग्निवीरों के कल्याण की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

आयुष्मान भारत बन सकता है बेहतर विकल्प!
सरकार दो प्रमुख विकल्पों पर विचार कर रही है:

ECHS (Ex-Servicemen Contributory Health Scheme)
आयुष्मान भारत योजना
आयुष्मान भारत योजना के तहत परिवार को 5 लाख रुपये तक का चिकित्सा बीमा मिलता है, जबकि ECHS योजना पर अधिक खर्च आता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, आयुष्मान भारत योजना में प्रति परिवार वार्षिक प्रीमियम केवल 1200 रुपये है, जो इसे किफायती और व्यावहारिक विकल्प बनाता है।

इसके अलावा, संभावना है कि कई अग्निवीर परिवार पहले से ही आयुष्मान भारत योजना के तहत कवर हैं। जो परिवार इसमें शामिल नहीं हैं, उन्हें जल्द ही इसका लाभ देने की योजना बनाई जा रही है।

सेना प्रमुख के संकेत
हाल ही में एक कार्यक्रम में सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने संकेत दिया कि अग्निवीरों को मिलने वाली सुविधाओं में बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि, उन्होंने योजना के विस्तृत विवरण साझा नहीं किए।

वर्तमान में:

थलसेना में करीब 1.25 लाख अग्निवीर सेवा दे रहे हैं।
वायुसेना और नौसेना में लगभग 12-12 हजार अग्निवीर हैं।
अग्निवीरों का पहला बैच अगले साल सेवा समाप्त करेगा, इसलिए सरकार उनके भविष्य की सुरक्षा के लिए लगातार काम कर रही है।
अग्निवीरों के लिए बड़ी राहत!
यह योजना अग्निवीरों और उनके परिवारों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगी। यह न केवल स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करेगी, बल्कि उनके मानसिक और सामाजिक कल्याण को भी बढ़ावा देगी।

सरकार के इस फैसले से सेवा समाप्त होने के बाद भी अग्निवीरों के परिवारों को हेल्थ केयर की गारंटी मिलेगी, जो उनकी कठिन सेवा के प्रति सम्मान का प्रतीक होगी।

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