आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दुनिया में DeepSeek नाम का नया AI चैटबॉट तेजी से सुर्खियां बटोर रहा है। यह एक चाइनीज मोबाइल AI एप्लिकेशन है, जिसने ChatGPT को पीछे छोड़ते हुए चीन और अमेरिका में iPhone फ्री ऐप चैट कैटेगरी में पहला स्थान हासिल कर लिया है। DeepSeek ने हाल ही में इनोवेटिव रीजनिंग मॉडल DeepSeek R1 को जोड़ा है, जिससे यह जटिल लॉजिकल और गणितीय समस्याओं को तेजी से हल कर सकता है।
क्या है DeepSeek और क्यों है खास?
DeepSeek को हांग्जो स्थित एक रिसर्च लैब में विकसित किया गया है। इसकी सबसे खास बात यह है कि इसमें DeepThink (R1) मोड दिया गया है, जो एआई के थिंकिंग प्रोसेस को डिस्प्ले पर दिखाता है। यानी जब यह कोई जवाब तैयार करता है, तो यूजर देख सकते हैं कि यह किस तरह सोच रहा है।
🔹 DeepSeek R1 मॉडल तेज गणना और सटीक तर्कशक्ति के लिए जाना जाता है।
🔹 फ्री में उपलब्ध – DeepSeek ऐप और चैटबॉट को मुफ्त में इस्तेमाल किया जा सकता है।
🔹 ओपन-सोर्स मॉडल – DeepSeek का पूरा मॉडल फ्री डाउनलोड के लिए उपलब्ध है।
DeepSeek ने कैसे ChatGPT को पछाड़ा?
DeepSeek R1 को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह OpenAI के ChatGPT से ज्यादा तेज गणना करता है। AI विशेषज्ञ Meta के Yann LeCun का कहना है कि DeepSeek की सफलता को यह नहीं मान लेना चाहिए कि चीन ने अमेरिका को AI इनोवेशन में हरा दिया है, लेकिन यह जरूर दर्शाता है कि चीन AI के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
DeepSeek को 2023 में लॉन्च किया गया था और इसके सीईओ Liang Wenfeng हैं। DeepSeek को एक अनलिमिटेड और ओपन-सोर्स AI प्लेटफॉर्म के रूप में विकसित किया गया है, जो इसे और भी खास बनाता है।
क्या AI में अमेरिका का दबदबा खत्म होगा?
अब तक AI टेक्नोलॉजी में अमेरिका की कंपनियां आगे रही हैं, लेकिन DeepSeek की सफलता ने चीन की AI क्षमता को दिखाया है। अमेरिका भी चाहता है कि AI सेक्टर में उसकी कंपनियों का दबदबा बना रहे, लेकिन अब चीन और अमेरिका AI इनोवेशन में एक-दूसरे को टक्कर दे रहे हैं।
DeepSeek vs ChatGPT की यह टक्कर AI इंडस्ट्री में बड़े बदलावों की ओर इशारा करती है। अब देखना यह होगा कि OpenAI अपने ChatGPT को और बेहतर बनाकर इस चुनौती का जवाब कैसे देता है।
यह भी पढ़ें: