हर्षा रिछारिया कौन हैं? महाकुंभ में इंफ्लुएंसर-से-‘साध्वी’ बनीं चर्चा का विषय
इंस्टाग्राम पर करीब 10 लाख फॉलोअर्स के साथ मशहूर इंफ्लुएंसर और पेशेवर होस्ट हर्षा रिछारिया इन दिनों महाकुंभ मेले में अपनी मौजूदगी को लेकर सोशल मीडिया पर छाई हुई हैं।
हर्षा, जो “host_harsha” नाम के इंस्टाग्राम हैंडल से मशहूर हैं, ने अपनी आध्यात्मिक यात्रा की झलकियां साझा की हैं। उनकी पोस्ट्स में भारत के विभिन्न धार्मिक स्थलों की यात्रा, पूजा-अर्चना और आध्यात्मिक गुरुओं से मुलाकातें शामिल हैं। हालांकि, एक ग्लैमरस इंफ्लुएंसर से ‘साध्वी’ बनने के उनके अचानक फैसले ने इंटरनेट पर बहस छेड़ दी है।
आध्यात्मिकता की ओर कदम
वायरल हुए एक इंटरव्यू में हर्षा रिछारिया ने खुलासा किया कि उन्होंने दो साल पहले आध्यात्मिकता की राह अपनाने का फैसला किया था। “मैंने सबकुछ छोड़ दिया जो मेरे पास था, ताकि इस नई पहचान को अपना सकूं,” उन्होंने कहा।
हर्षा खुद को आचार्य महामंडलेश्वर की शिष्या बताती हैं और अपने इंस्टाग्राम पर खुद को “सामाजिक कार्यकर्ता/इंफ्लुएंसर” और “हिंदू सनातन शेरनी” के रूप में वर्णित करती हैं। हालांकि, उनके आलोचक उनकी पुरानी तस्वीरें और वीडियो निकालकर उनकी इस यात्रा को केवल प्रचार का जरिया करार दे रहे हैं।
वैश्विक पहचान
आध्यात्मिकता की ओर मुड़ने से पहले हर्षा रिछारिया एक सफल होस्ट थीं। उनके इंस्टाग्राम पर साझा की गई तस्वीरों से पता चलता है कि उन्होंने हाल ही में बैंकॉक और म्यांमार में भारतीय शादियों की मेजबानी की थी। उनके पुराने और वर्तमान जीवन के इस अंतर ने फॉलोअर्स और आलोचकों को हैरान कर दिया है।
महाकुंभ में हर्षा ने आध्यात्मिक गुरु व्यासनंद गिरि महाराज को सम्मानित करने के लिए आयोजित एक अनुष्ठान में भाग लिया। इस कार्यक्रम में एप्पल के सह-संस्थापक स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल जॉब्स सहित कई प्रमुख हस्तियां भी मौजूद थीं।
महाकुंभ और इसका महत्व
हर 12 साल में आयोजित होने वाला महाकुंभ मेला दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक है। इस साल प्रयागराज में आयोजित हो रहा यह मेला 26 फरवरी तक चलेगा, जिसमें लाखों श्रद्धालु और जिज्ञासु हिस्सा ले रहे हैं।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया और चर्चा
हर्षा रिछारिया की आध्यात्मिक यात्रा पर जहां कुछ लोग उनकी सराहना कर रहे हैं, वहीं कुछ इसे ध्यान आकर्षित करने का तरीका बता रहे हैं। सोशल मीडिया इस पर विभाजित है, कई लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि उनकी यह यात्रा वास्तविक है या प्रसिद्धि पाने का कोई सोचा-समझा कदम।