शराबी कॉमेडियन जॉनी वॉकर के घर क्यों मना था शराब पीना

बॉलीवुड में अपने अद्भुत हास्य अभिनय से दर्शकों के दिलों को गुदगुदाने वाले 50 के दशक के मशहूर अभिनेता जॉनी वॉकर, जिन्होंने न सिर्फ अपनी कॉमेडी से दर्शकों को हंसाया बल्कि ज्यादातर फिल्मों में शराबी का किरदार भी निभाया। उन्होंने अपने जीवन में कभी शराब को हाथ नहीं लगाया, लेकिन पर्दे पर एक शराबी का किरदार बखूबी निभाया।

हिंदी सिनेमा में अब तक कई ऐसे कॉमेडियन हुए हैं, जिन्होंने फिल्मी पर्दे पर लोगों को खूब हंसाया। जॉनी लीवर से लेकर राजपाल यादव और संजय मिश्रा तक, बहु-प्रतिभाशाली हास्य कलाकारों ने दर्शकों के चेहरे पर मुस्कान लाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।ये तो 90 से 2000 वाले वो कॉमेडियन एक्टर्स हैं, जिनके बारे में शायद सबको पता हो, लेकिन 50 और 70 के दशक में जन्में लोगों के लिए अगर कोई हिंदी सिनेमा का सबसे बड़ा कॉमेडियन एक्टर रहा है, तो वह थें जॉनी वॉकर।

इंदौर में जन्में जॉनी वॉकर लोगों को हंसाने के साथ-साथ बड़े पर्दे पर शराबी का किरदार अदा करने के लिए भी बहुत ही मशहूर थे। वो शराबी के किरदार में ऐसे ढलते मानों की उन्होंने सच में ही पी रखी हो।हालांकि, आपको ये जानकर आश्चर्य होगा कि बड़े पर्दे के सबसे मशहूर शराबी कॉमेडियन के घर पर पार्टी होने के बावजूद भी बड़े-बड़े सितारों को शराब पीने की अनुमति नहीं थी, क्या थी इसकी वजह और इंदौर के बदरुद्दीन जमालुद्दीन काजी कैसे बने थे जॉनी वॉकर, जानिये इसके पीछे की दिलचस्प कहानी।

बॉलीवुड की पार्टीज बिना जाम के अक्सर अधूरी मानी जाती हैं। आज के समय में ही नहीं, बल्कि पुराने दौर के स्टार्स भी जमकर पार्टी करते थे। जॉनी वॉकर भी कभी अपने दोस्तों संग मौज मस्ती करने से पीछे नहीं हटें।सिद्धार्थ कनन से बातचीत में जॉनी वॉकर के बेटे नसीर खान ने पिता को याद करते हुए बताया कि गुरु दत्त से लेकर दिलीप कुमार और रफी साहब सब उनके घर कॉमेडियन एक्टर से मिलने आते थे।वह खाना खाते थे, लेकिन कभी भी उनके पिता जॉनी वॉकर ने न तो शराब पी है और ना ही उनके घर में किसी को शराब पीने की अनुमति है। नसीर ने बताया कि उनके घर में पार्टीज होती थी, दावतें होती थीं, खाना होता था, मुशायरा होते थे, लेकिन शराब नहीं होती थी।

जॉनी वॉकर के बेटे नसीर ने बताया की उनके घर रात-रात भर पार्टीज चलती थी,शम्मी कपूर से लेकर बहुत दिग्गज कलाकार आते थे, लेकिन कभी भी कोई पीकर एक्टर के घर नहीं आता था।नसीर खान ने इस बातचीत में ये भी बताया कि इंदौर के रहने वाले बदरुद्दीन जमालुद्दीन काजी कैसे इंडस्ट्री के जॉनी वॉकर बने। ,नसीर खान ने बताया कि जॉनी रखने के लिए उनके पिता इसलिए मान गए, क्योंकि बच्चे से लेकर बूढ़े के लिए ‘जॉनी’ बोलना काफी आसान है और ‘वॉकर’ मतलब चलने वाला, तो शायद वह चल पड़े, इसलिए वह इस नाम के लिए मान गए और फिल्म ‘टैक्सी ड्राइवर’ में पहली बार क्रेडिट लिस्ट में उनका नाम जॉनी वॉकर आया। ऐसे वह इंडस्ट्री में जॉनी वॉकर बनकर छाए।

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