वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा केंद्र सरकार ने कभी झारखंड के साथ सौतेला व्यवहार नहीं किया

राजधानी रांची में झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को आरोप लगाया कि झारखंड बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार, पलायन और अराजकता का खामियाजा भुगत रहा है और राज्य के शासन में बदलाव समय की मांग है। सीतारमण ने यहां एक कार्यक्रम में कहा कि झारखंड के साथ सौतेला व्यवहार के आरोप बेबुनियाद हैं.केंद्र सरकार ने कभी झारखंड के साथ सौतेला व्यवहार नहीं किया

झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को आरोप लगाया कि झारखंड बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार, पलायन और अराजकता का खामियाजा भुगत रहा है और राज्य के शासन में बदलाव समय की मांग है। सीतारमण ने यहां एक कार्यक्रम में कहा कि झारखंड के प्रति सौतेला व्यवहार किए जाने के आरोप निराधार हैं. केंद्र सरकार ने झारखंड के साथ कभी सौतेला व्यवहार नहीं किया है। हर विभाग के विकास के लिए पर्याप्त फंड मुहैया कराया है, ये बातें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कही। वे रेडिशन ब्लू में आयोजित बेहतर झारखंड एक सार्थक संवाद सम्मेलन को संबोधित कर रही थी।

उन्होंने कहा कि झारखंड और पूर्वी भारत में आर्थिक विकास की अनंत संभावनाएं है।उन्होंने कहा, “ (आदिवासी प्रतीक) बिरसा मुंडा की प्रकृति से भरपूर यह भूमि अब बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का शिकार हो गई है… यह पलायन और अराजकता का दंश भी झेल रही है। और यहां उद्योगों के लिए अनुकूल माहौल नहीं है।” सीतारमण ने कहा कि उद्योगों की बहाली के जरिए पूर्वी भारत देश के विकास का इंजन बन सकता है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि खनिजों के मूल्य संवर्धन पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए, क्योंकि झारखंड में देश की 40 प्रतिशत खनिज संपदा है। मंत्री ने कहा, ‘‘कारोबार में सुगमता के मामले में झारखंड शीर्ष पांच राज्यों में शुमार हुआ करता था लेकिन अब यहां ‘जंगल राज’ है। यदि कानून व्यवस्था में सुधार होता है तो राज्य में निवेश बढ़ेगा…झारखंड के शासन में बदलाव समय की मांग है।’’उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री द्वारा राज्य के साथ सौतेला व्यवहार किए जाने के (विपक्ष के) आरोप निराधार हैं… झारखंड को 2024-25 के बजट में रेल परियोजनाओं के लिए रिकॉर्ड 7,200 करोड़ रुपये आवंटित किए गए।

कार्यक्रम में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी भी उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि न्याय व्यवस्था की दुरूस्त करके ही आर्थिक विकास को हासिल किया जा सकता है। प्रश्न उत्तर सेशन में झारखंड के विकास संबंधित कई प्रश्न पूछे गए। जिसका संतोषजनक उत्तर देते हुए विकास के लिए समर्पित पार्टी को वोट देने की अपील की। इस संवाद का आयोजन फेडरेशन ऑफ झारखंड चेंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज द्वारा किया गया था।

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