रामनवमी के मौके पर हिंसा, धारा 144 लागू, एनआईए से जांच की मांग

पश्चिम बंगाल में मुर्शिदाबाद के शक्तिपुर इलाके में रामनवमी के मौके पर निकाले गए जुलूस पर पथराव किया गया, जिसमें 20 लोग घायल हो गए. जुलूस पर छतों से पथराव किया गया। जुलूस के दौरान एक विस्फोट हुआ, जिसमें एक महिला घायल हो गई.पुलिस अभी ये पता लगा रही है कि ये बम धमाका ही था या फिर किसी और वजह से ब्लास्ट हुआ. फिलहाल एहतियात के तौर पर इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है. इस घटना को लेकर बीजेपी और टीएमसी आमने-सामने हैं.

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में रामनवमी के मौके पर निकाले गए जुलूस के दौरान हुए पथराव को लेकर बीजेपी ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस को पत्र लिखा है. बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने राज्यपाल को लिखे पत्र में कहा है कि जुलूस के दौरान पथराव की जांच ‘राष्ट्रीय जांच एजेंसी’ (एनआईए) से कराई जानी चाहिए. उन्होंने इस मुद्दे पर राज्य की टीएमसी सरकार को भी घेरा है.

गौरतलब है कि जुलूस के दौरान छतों से किए गए पथराव में करीब 20 लोग घायल हो गए हैं. घटना के बाद इलाके में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है. इस बीच जिले के शक्तिपुर इलाके में हुए विस्फोट में एक महिला घायल हो गयी. पुलिस अभी तक यह पता नहीं लगा पाई है कि यह बम विस्फोट था या अन्य कारणों से विस्फोट हुआ.पुलिस सूत्रों ने बताया कि लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागने के अलावा अतिरिक्त फोर्स भी बुलाई गई थी. फिलहाल हालात नियंत्रण में हैं। इसके अलावा हिंसा में घायल लोगों को बरहमपुर और मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. भाजपा की बंगाल यूनिट ने आरोप लगाया कि रैली में पत्थर फेंके गए और हिंदू समुदाय के ल की दुकानों में तोड़फोड़ हुई। राज्य के नेता विपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने कहा, ‘प्रशासन से पूरी अनुमति लेकर राम नवमी का शांतिपूर्ण जुलूस निकला था.

अधिकारी ने कहा, ‘जुलूस पर शक्तिपुर में उपद्रवियों ने अटेक कर दिया। हैरान करने वाली बात है कि ममता की पुलिस भी उप्रदवियों के साथ है। उसने राम भक्तों पर ही लाठी चार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे। इसकी वजह से बीच में ही जुलूस भी खत्म करना पड़ गया।’ घटना के बाद कांग्रेस नेता और सांसद अधीर रंजन चौधरी भी बुधवार शाम को मौके पर पहुंचे। इस बीच शुभेंदु अधिकारी ने गवर्नर को चिट्ठी लिखी. बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने राज्यपाल को लिखे पत्र में कहा है कि जुलूस के दौरान पथराव की जांच ‘राष्ट्रीय जांच एजेंसी’ (एनआईए) से कराई जानी चाहिए. उन्होंने इस मुद्दे पर राज्य की टीएमसी सरकार और बीजेपी को भी घेरा है.

अधीर रंजन चौधरी ने कहा- यह पूर्व नियोजित योजना जैसा लगता है. इस मामले को लेकर अधीर रंजन चौधरी ने टीएमसी और बीजेपी पर आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि यह हिंसा पूर्व नियोजित योजना का हिस्सा है. ये बात बीजेपी के प्रदर्शन से साबित होती है. मैंने चुनाव आयोग से बात की है. अतिरिक्त बल बुलाया जा रहा है और एसपी मौके पर हैं. मैं चुनाव आयोग से लगातार संपर्क में हूं. आपको बता दें कि यह घटना तब हुई है जब सीएम ममता बनर्जी ने पहले ही आशंका जताई थी कि राणावमी पर हिंसा हो सकती है. जबकि सीएम ममता बनर्जी ने पहले ही आशंका जताई थी कि रामनवमी पर हिंसा हो सकती है. इसे लेकर बीजेपी ने ममता पर आरोप लगाया था कि वह हिंदू त्योहारों को बदनाम कर रही हैं.

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