आपके लिए जहर से कम नहीं हैं ये सफेद खाद्य पदार्थ, आज ही अपनी डाइट से हटा दें इन्हें

चाइनीज फूड बनाने में प्रोसेस्ड और फास्ट फूड के अलावा बड़ी मात्रा में आटा, चीनी, नमक और अजीनोमोटो का भी इस्तेमाल किया जाता है। ये सभी चीजें स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत हानिकारक साबित होती हैं। स्वस्थ रहने के लिए आपको इन चीजों को अपनी डाइट से बाहर कर देना चाहिए.

हेल्दी रहने के लिए हमें कई पोषक तत्वों की जरूरत पड़ती है लेकिन बदलते लाइफस्टाइल और खराब खानपान के वजह से शरीर में इनकी कमी हो जाती है. वहीं आज के दौड़ में हम न चाहते हुए भी फास्ट फूड, प्रोसेस्ड फूड खाने से खुद को रोक नहीं पाते हैं. इन्हें बनाने में जिन सफेद चीजों का इस्तेमाल किया जाता है वो हमारे सेहत के लिए किसी जहर से कम नहीं है. स्वाद में लजीज होने के बावजूद यह धीरे-धीरे शरीर को अंदर से खोखला कर देता है। बाजार में उपलब्ध इन खाद्य पदार्थों में बड़ी मात्रा में आटा, चीनी, नमक, डालडा, अजीनोमोटो, आलू और निम्न गुणवत्ता वाले चावल का उपयोग किया जाता है, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है.सबसे बड़ी बात यह है कि इन प्रोसेस्ड, फास्ट फूड्स में इन हानिकारक चीजों की मात्रा अत्यधिक होती है जिसके कारण आपको टाइप 2 डायबिटीज, मोटापा, हार्ट अटैक, ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा अगर आप इन पिछले फूड्स को रोजाना खाते हैं तो आपकी उम्र 10 साल तक कम हो सकती है। आइए जानते हैं इन सफेद चीजों को खाने से आपको किन समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.

मैदा-मैदा से कई तरह की चीजें बनाई जाती हैं जिनमें बिस्कुट, ब्रेड, केक, पेस्ट्री शामिल हैं। गेहूं से आटा बनाने की प्रक्रिया में इसके सभी पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। गर्भावस्था के दौरान इससे इंसुलिन और टाइप 2 मधुमेह का खतरा भी बढ़ जाता है.

नमक-नमक हानिकारक होने के बावजूद कोई भी इसे पूरी तरह से नहीं छोड़ पाता क्योंकि स्वस्थ रहने के लिए यह जरूरी है। शरीर में सोडियम और क्लोराइड की कमी नमक से ही पूरी होती है। लेकिन अधिक मात्रा में नमक खाने से शरीर में पानी का स्तर बिगड़ जाता है। इससे आपकी रक्त कोशिकाओं को भी नुकसान पहुंचता है.

सफ़ेद चीनी-इसमें कोई शक नहीं कि जब हम सफेद चीजों के बारे में सोचते हैं तो सबसे पहली चीज जो हमारे दिमाग में आती है वह है चीनी। सफेद चीजों की लिस्ट में चीनी सबसे ज्यादा हानिकारक है। प्रसंस्कृत और परिष्कृत चीनी निम्न गुणवत्ता की होती है। जो लोग नियमित व्यायाम नहीं करते, उनके पेट में यह अतिरिक्त वसा के रूप में जमा हो जाता है, जिससे मधुमेह का खतरा बढ़ जाता है.

सफेद चावल-ज्यादातर भारतीय घरों में सफेद चावल ही बनाए जाते हैं. इतना ही नहीं, कुछ लोग तो ऐसे भी हैं जो एक दिन भी चावल खाए बिना नहीं रह पाते. इसमें दिक्कत यह है कि जिन घरों में सफेद चावल बनाया जाता है, वहां रिफाइनिंग के दौरान असल में इस चावल के पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं.

सफ़ेद आलू-लगभग हर घर में सफेद आलू का ही इस्तेमाल किया जाता है। सफेद आलू स्टार्च और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होते हैं. अगर आप उबले और तले हुए आलू के साथ मक्खन और क्रीम का इस्तेमाल करते हैं तो यह दोनों ही स्थिति में सेहत को नुकसान पहुंचाता है.

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