नींद के दौरान सांस आना बंद हो जाना इस गंभीर बीमारी का लक्षण, जानें कारण और इलाज

ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया  एक बहुत ही आम स्लीप डिसऑर्डर होता है जो सोते समय सांस लेने की समस्या से जुड़ा होता है। यह सोते समय आपकी लगातार सांस रुकना या सांस लेते रहना जैसी स्थिति का कारण होता है। स्लीप एपनिया के वैसे तो बहुत सारे कारण होते हैं लेकिन सबसे मुख्य ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया होता है। इसमें जब आपके गले की मसल्स लगातार रिलैक्स होती हैं या फिर नींद के दौरान एयरवे ब्लॉक हो जाते हैं तब यह स्थिति देखने को मिल सकती है। इसका सबसे मुख्य लक्षण रात में सोते समय खर्राटे लेना है। आइए जानते हैं इस स्थिति के लक्षणों के बारे में।

ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया के लक्षण

  • दिन के समय बहुत ज्यादा सोना।
  • बहुत जोर जोर से खर्राटे मारना।
  • नींद के दौरान बार बार सांस आना बंद हो जाना।
  • गला घुट जाने की वजह से रात में अचानक से नींद खुलना।
  • बहुत ही सूखे गले या फिर गले में दर्द के साथ नींद खुलना।
  • सुबह सुबह सिर में दर्द होना।
  • दिन में किसी चीज पर फोकस करते समय दिक्कत आना।
  • डिप्रेशन होना या फिर हर समय इरिटेट रहने जैसे मूड में बदलाव आना।
  • ब्लड प्रेशर का बहुत ज्यादा बढ़ जाना।
  • लिबिडो का कम हो जाना।

डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए?

अगर आपको या आपके पार्टनर को निम्न लक्षण देखने को मिलते हैं तो डॉक्टर के पास जरूर जाएं:

  • अपनी या फिर कमरे में अन्य लोगों की नींद खुल जाए उतनी तेज आवाज में खर्राटे लेना।
  • रात में गला घुटने की वजह से नींद खुलना।
  • नींद के बीच में ही रात में सांसें रुक जाना।
  • दिन में चक्कर आना जिस कारण आप काम करते समय भी आसानी से सो जाते हैं। इसके अलावा टीवी देखने के दौरान या फिर गाड़ी चलाते समय भी नींद आ जाना।

ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया का कारण

यह स्थिति तब देखने को मिलती है जब गले के पीछे वाली मसल्स बहुत ज्यादा ही रिलैक्स हो जाती हैं और नॉर्मल ब्रीदिंग करने को एलाऊ कर देती हैं। मुंह की छत के पिछले हिस्से को यह मसल्स स्पोर्ट करती हैं और टॉस के तिकोने टुकड़े और जीभ और टॉन्सिल्स में भी यह मसल्स काफी सपोर्ट करती हैं।

जब मसल्स रिलैक्स करती हैं तो जैसे ही आप सांस लेते है तो आपके एयरवे सिकुड़ते हैं और बंद हो जाते हैं। इससे 10 सेकंड या इससे लंबे समय के लिए आपकी सांस रुक जाती है। इससे आपके ब्लड में ऑक्सीजन का लेवल कम हो जाता है और कार्बन डाइऑक्साइड का लेवल जमा होने लगता है।

आपके दिमाग को इस इंपेयर्ड ब्रीदिंग के बारे में पता चलता है तब वह आपको नींद से उठा देता है ताकि आप अपने एयरवे को दोबारा से खोल सकें। यह नींद का खुलना काफी थोड़े समय के लिए होता है और कई बार तो आपको यह याद भी नहीं रहता है।

एक या दो लंबी सांसे लेने के बाद आप अपने एयरवे को खोल सकते हैं। इसके कारण ही आप खर्राटे भी मारते हैं और कई बार चेकिंग की आवाजें भी आती हैं।

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